Ghaziabad: IAS पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला अधिकारी सस्पेंड, रिश्वत लेने का आरोप

ghaziabad state tax officer renu pandey suspended
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IAS पर उत्पीड़न आरोप लगाने वाली महिला अधिकारी सस्पेंड। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Ghaziabad News: गाजियाबाद की राज्य कर अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। ये वही महिला अधिकारी हैं, जिन्होंने नोएडा में अपर आयुक्त के पद पर तैनात आईएएस संदीप भागिया पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

Ghaziabad State Tax Officer Suspended: दिल्ली से सटे गाजियाबाद की राज्य कर (जीएसटी) अधिकारी रेनू पांडेय गंभीर को सस्पेंड कर दिया गया। उनके ऊपर 3.5 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया है, जिसके बाद तत्काल उनके खिलाफ एक्शन लिया गया। आयुक्त राज्य कर की ओर अधिकारी रेनू पांडेय को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया गया है।

बता दें कि अधिकारी रेनू पांडेय उस समय चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने नोएडा जीएसटी विभाग में तैनात आईएएस संदीप भागिया पर महिला अधिकारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया था। अब उनके ऊपर ही रिश्वत लेने का आरोप लग गया है। उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, यह पूरा मामला इसी साल 12 जुलाई का है। उस दौरान गाजियाबाद में रात के समय ड्यूटी पर तैनात रेनू पांडेय ने मेसर्स बड्डी इंटरप्राइजेज लखनऊ की गाड़ी (नंबर यूपी-25 ईटी 2138) को रोका था। शिकायतकर्ता का कहना है कि महिला अधिकारी रेनू पांडेय ने इस कार्रवाई के दौरान पेनाल्टी लगाई और अवैध लाभ के तौर पर 3.5 लाख रुपये लिए। इस मामले में शिकायतकर्ता की ओर से एक फोन कॉल की आडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी सबूत के तौर पर दी गई थी। विभाग ने इन सबूतों को सही पाया और इसी के आधार पर राज्य कर अधिकारी रेनू पांडेय को सस्पेंड कर दिया।

पूरे विभाग में मचा हड़कंप

इस कार्रवाई के बाद पूरे विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई है। राज्य कर आयुक्त ने आदेश में लिखा कि रेनू पांडेय के खिलाफ लगाए गए आरोप गंभीर हैं। वह प्रथम दृष्टया में रिश्वत लेने की दोषी पाई गई हैं, जिसके बाद नियमों के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। वहीं, विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले से विभाग की इमेज खराब हुई, जिसके चलते तुरंत कार्रवाई की गई।

अधिकारी ने बताया कि इस मामले के जांच की जिम्मेदारी जोन प्रथम वाराणसी के संयुक्त आयुक्त मनोज कुमार सिंह को सौंपी गई है। वे इस मामले की गहराई से जांच करेंगे। अधिकारी रेनू पांडेय को सस्पेंशन की अवधि के दौरान उनके वर्तमान पद से अलग कर दिया गया है। फिलहाल उन्हें उन्हें वाराणसी जोन द्वितीय, आजमगढ़ से संबद्ध किया गया है। इस दौरान वह किसी भी प्रशासनिक या वित्तीय कार्य में प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं होंगी।

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