Indian Railway: Fact Check: क्या लोको पायलट के लिए कचड़ा फेंकने को लेकर बना है कोई नियम, जानिए क्या है खबर की सच्चाई?

Fact Check of Railway News: सोशल मीडिया पर एक खबर चर्चा का विषय बनी हुई है। इस खबर में दावा किया जा रहा है कि रेलवे प्रशासन ने लोको मोटिव द्वारा सामान बाहर फेंकने के लिए नियम बनाया है। दावा किया जा रहा है कि ट्रेन की शुरुआत से गंतव्य तक पहुंचने तक लोको पायलट ट्रेन से कुछ भी बाहर नहीं फेंक सकेंगे। हालांकि जब इस खबर का फैक्ट चेक किया गया, तो ये खबर पूरी तरह गलत निकली।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि रेलवे प्रशासन ने एक नियम बनाया है, जिसके अनुसार अगर कोई लोको पायलट या उसका सहायक चलती गाड़ी से कुछ भी बाहर फेंकता है, या उसके खिलाफ नियम न मानने की शिकायत मिलती है, तो सीधे रेलवे मुख्यालय में और स्थानीय स्तर के अधिकारियों को इसकी शिकायत दी जाएगी। कहा गया कि लोकोमोटिव के अंदर कैमरे लगे होते हैं, जिसके जरिए अधिकारी लोको पायलट और सहायक की गतिविधि पर नजर रखेंगे। अगर लोको मोटिव में बैठे लोको पायलट या सहायक ने चलती ट्रेन से बाहर कूड़ा फेंका और नियम का पालन नहीं किया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि जब रेलवे सीपीआरओ हिमांशू शेखर उपाध्याय से संपर्क कर इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं आया है और उन्होंने इस बारे में किसी से बातचीत नहीं की है। इस तरह मीडिया में चल रही ये खबर पूरी तरह फेक निकली।
