Delhi NCR Flood: यमुना बढ़ा रही टेंशन, दिल्ली से नोएडा-गाजियाबाद तक बाढ़ के हालात

दिल्ली एनसीआर में बाढ़ जैसे बनने लगे हालात
यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के आसपास चल रहा है। दिल्ली के यमुना बाजार भी अभी तक जलमग्न दिखाई दे रहा है। चिंता की बात यह है कि नोएडा और गाजियाबाद में भी कई निचले इलाकों में पानी लोगों के घरों में घुस चुका है। ऐसे में लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजियाबाद की सीमा में आने वाले लोनी के छह गांवों में यमुना का पानी पहुंच चुका है। इसके चलते लोग अपने घरों में कैद हो चुके हैं और रोजमर्रा के कार्यों को पूरा करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार लोगों को डूब क्षेत्र से हटने और सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
यमुना के बदरपुर इलाके में भी बाढ़ जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं। यहां भी डूब क्षेत्र में बने मकानों तक यमुना का पानी पहुंच चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रभावित लोगों ने सुरक्षित स्थान में शरण के लिए अपना घर छोड़ दिया है। हालांकि कुछ लोग ऐसे हैं, जो अभी तक अपने घरों में फंसे पड़े हैं।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी जलभराव
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई गांवों में भी भारी जलभराव हो चुका है। कोंडली बांगर, गढ़ी समसपुर, कामबख्शपुर, गुलावली, याकूतपुर, डेरीन, कुलेसरा, मंझावली और मोमनाथल समेत कई गांव ऐसे हैं, जहां फसलें पूरी तरह से पानी की चपेट में आ गई हैं। आशंका जताई जा रही है कि अगर यमुना का जलस्तर इसी तरह से बढ़ता रहा तो बाढ़ का पानी ग्रेटर नोएडा के रिहायशी इलाकों तक पहुंच सकता है।
यमुना का जलस्तर कितना
यमुना के लोनी में यमुना का जलस्तर 211.70 मीटर दर्ज किया गया है। संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। एनडीआरएफ और संबंधित एजेंसियों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। चूंकि बाढ़ से इंसान ही नहीं बल्कि मवेशी भी प्रभावित हैं, लिहाजा मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखने, खाने पीने की व्यवस्था करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
