Fake CBI Officers Gang: अफसर बनकर रिश्तेदार से ठगी, महिला समेत 3 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने 3 ठगों को किया गिरफ्तार।
Fake CBI Officers Gang: उत्तर दिल्ली के वजीराबाद इलाके में तीन ठगों की गैंग ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर एक परिवार को अपना शिकार बना लिया। इस गैंग में एक महिला भी शामिल है। ये महिला पीड़ित परिवार की दूर की रिश्तेदार है। पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए महिला समेत तीन आरोपियों को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया।
आरोपियों की पहचान 22 वर्षीय शाइना उर्फ टन्नू, 28 वर्षीय केशव प्रसाद और 20 वर्षीय विवेक सिंह के रूप में हुई है। ये तीनों आरोपी दिल्ली के अंबेडकर विहार और शांति नगर के निवासी हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से ठगी के 1.75 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं। साथ हीर 29 सोने-चांदी के आभूषण, वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई है।
डीसीपी राजा बांठिया ने बताया कि 10 जुलाई को लगभग 7.30 बजे पीड़ित इसरत जमील अपने परिवार के साथ घर पर थे। इसी दौरान 3 अजनबी लोग चेहरे पर मास्क लगाए और सफेद शर्ट, काली पैंट पहने हुए घर में घुस आए। उन्होंने उन्होंने नकली तलाशी वारंट और एफआईआर का हवाला दिया।
इसरत ने पुलिस को बताया कि जब उसने ठगों से उनकी आईडी और दस्तावेज दिखाने को कहा, तो वे बदतमीजी करने लगे। इसके बाद उन्होंने पूरे परिवार को जबरन एक कोने में बैठा दिया और अलमारी से लगभग 3 लाख रुपए नकद और सोने-चांदी के आभूषण लेकर फरार हो गए। उन्होंने वहां से जाते-जाते फर्जी हस्ताक्षर कर एक नोटबुक में रसीद बनाकर भी दी।
पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ मनोज कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई। टीम ने 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान वारदात में प्रयुक्त बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर से दो आरोपियों की पहचान हुई। जब इस मामले की गहन जांच की गई, तो वो बाइक शाइना उर्फ टन्नू के नाम पर निकली, जो इस मामले की मास्टरमाइंड निकली।
पुलिस टीम ने लोकेशन ट्रैक की, तो वो हरिद्वार में मिली। आरोपी लगातार लोकेशन बदल रहे थे। पुलिस ने 18 जुलाई को शाइना और केशव को पकड़ लिया। इसके बाद उनकी निशानदेही पर तीसरे आरोपी विवेक को हरिद्वार से पकड़ा गया। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि आरोपी शाइना पीड़ित की दूर की रिश्तेदार है। उसे पता था कि घर में गहने और नकदी कहां रखी है।
शाइना ने अपने दोस्त केशव और केशव के पड़ोसी विवेक के साथ मिलकर योजना बनाई। तीनों ने सीबीआई से मिलती जुलती वर्दी पहनकर खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर वारदात को अंजाम दिया।
