Electricity Rates Increased: हरियाणा में बिजली हुई महंगी, फिक्स चार्ज बढ़ने से भड़के उद्योगपति

मध्य प्रदेश में सितंबर से महंगी होगी बिजली, उपभोक्ताओं पर बढ़ेगा आर्थिक बोझ
Electricity Rates Increased: हरियाणा में एक अप्रैल से बिजली की दरों में इजाफा किया गया। इसके साथ ही फिक्स चार्जेज भी 75 प्रतिशत तक बढ़ा दिए गए। इससे छोटे से लेकर बड़े उद्योगों पर हजारों रुपए का अतिरिक्त भार बढ़ गया। अब बिजली के रेट बढ़ाने का फैसला उद्योगपतियों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। उद्योगपतियों ने सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है।
कितनी बढ़ी बिजली की दरें
बता दें कि हरियाणा में 1 अप्रैल से पहले बिजली का रेट 165 रुपए प्रति किलोवाट प्रति माह फिक्स चार्ज था। 1 अप्रैल को रेट बढ़ने के बाद ये कीमत 125 रुपए बढ़ाकर 290 रुपए प्रति किलोवाट प्रति माह कर दिया गया। इसके अलावा नई दरों में 20 से 30 पैसे का इजाफा किया गया। हालांकि बिजली के रेट बढ़ने के बाद हरियाणा सरकार के इस कदम का जमकर विरोध किया जा रहा है।
बहादुरगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की हुई बैठक
बहादुरगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की बैठक में सरकार के फैसले का जमकर विरोध हुआ। उद्योगपतियों के संगठन ने बिजली मंत्री को एक पत्र लिखकर सरकार के इस फैसले को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार ईज ऑफ डूईंग के तहत उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कहती है। वहीं दूसरी तरफ उद्योगों पर मुसीबत बढ़ा रही है।
पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे उद्योग
संगठन के सदस्यों ने कहा कि फिक्स चार्ज बढ़ने से उद्योग पलायन करने को मंजबूर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी हरियाणा से काफी कम चार्ज हैं। इसलिए हरियाणा सरकार को फिक्स चार्ज कम कर उद्योगों को राहत देनी चाहिए। अगर सरकार चार्ज में राहत देती है, तो उद्योग में काफी राहत होगी।