Delhi HC: 'लोकसभा चुनाव की फुटेज उपलब्ध नहीं', दिल्ली हाईकोर्ट में चुनाव आयोग की दलील

Delhi High Court
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चुनाव आयोग ने दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष रखी दलील।  

दिल्ली हाईकोर्ट उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव में देश के सभी मतदान केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज की मांग की गई थी। जानिये दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले पर क्या कहा?

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी पर वोट चोरी करने का आरोप लगा रहे हैं। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में तो बीजेपी की धांधली का सीसीटीवी अदालत ने भी देखा है। ऐसे में दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल हुई, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान देश के सभी मतदान केंद्रों के अंदर की फुटेज मांगी गई थी। अब भारतीय निर्वाचन आयोग ने माननीय उच्च न्यायालय को सूचित किया है कि दिल्ली के सात जिला निर्वाचन अधिकारियों के सीसीटीवी फुटेज नष्ट कर दिए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उच्च न्यायालय को यह भी अवगत कराया गया कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने जून माह में राज्य चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया था कि अगर नतीजों के 45 दिनों के भीतर अदालत में चुनौती नहीं दी जाती है, तो वे चुनाव प्रक्रिया के सीसीटीवी, वेबकास्टिंग और वीडियो फुटेज को नष्ट कर दें।

न्यायमूर्ति मिनी पुष्करणा की अदालत ने चुनाव आयोग के बयान को रिकॉर्ड पर लेते हुए कहा, '…आज की स्थिति में, याचिकाकर्ता द्वारा मांगा गया डेटा, यानी लोकसभा चुनाव, 2024 से संबंधित वीडियो/सीसीटीवी फुटेज अब दिल्ली में डीईओ के पास नहीं है और पहले ही नष्ट हो चुका है।' इस पर याचिकाकर्ता प्राचा ने कहा कि चुनाव आयोग ने उनकी याचिका को खारिज करने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं, जो चुनाव निकाय द्वारा पूरी तरह से उनकी याचिका को खारिज करने और सबूतों को नष्ट करने के लिए जारी किए गए हैं।

इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि प्राचा ने नए निर्देशों को चुनौती नहीं दी है। अदालत ने उपर्युक्त को ध्यान में रखते हुए कहा कि यह अदालत वर्तमान आवेदन पर फिलहाल कोई आदेश पारित नहीं कर सकती है। तदनुसार, वर्तमान आवेदन का निपटारा किया जाता है।

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही वोट चोरी का मुद्दा गरमा गया था। बीच में यह मुद्दा ठंडा हुआ, लेकिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने H-Files पेश कर वोट चोरी के मुद्दे को गरमा दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी जीतने के लिए वोट चोरी कर रही है। वहीं, बीजेपी ने पलटवार में कहा था कि राहुल गांधी के पास झूठ बोलने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है।

अब बिहार विधानसभा चुनाव हो चुका है और 14 नवंबर को नतीजे भी आ जाएंगे। लेकिन वोट चोरी का मुद्दा तब भी गरमाता रहेगा। अगर महागठबंधन जीत गया तो वोट चोरी के आरोपों पर बीजेपी सीना ठोंक कर जवाब दे पाएगी, वहीं महागठबंधन हार गया तो बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगना तय है।

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