DU Student Suicide: ‘मां, मैं साइबर ठगी का शिकार हो चुका हूं', हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से मिला युवक का शव

दिल्ली विश्वविद्यालय का छात्र साइबर ठगी का शिकार हुआ।
DU Student Suicide: दिल्ली के विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले एक 19 वर्षीय छात्र ने साइबर ठगी में 94 हजार रुपए गंवा दिया। जिसे वह बर्दाश्त न कर सका और आत्महत्या कर ली। बाद में उसका शव हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से बरामद हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसएमएस कर मां को बताया
साइबर ठगी का शिकार होने के बाद उसने अपनी मां को एसएमएस किया और कहा ‘मां, मैं साइबर ठगी का शिकार हो चुका हूं, इसलिए घर छोड़कर जा रहा हूं’। बता दें कि यह मां से साथ उसका आखिरी संवाद था।
हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शव बरामद
जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हैदरपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से उसका शव बरामद किया गया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। पुलिस ने मृतक की पहचान महेश राणा के रूप में की है, जो दिल्ली विश्वविद्यालय में बीकॉम सेकंड ईयर का छात्र था।
डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में करता था पढ़ाई
पुलिस ने जांच के बाद दिल्ली साइबर थाना पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतक के परिवार से पूछताछ की जिसमें उसकी मां पुष्पा ने बताया कि उनका बेटा महेश डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से पढ़ाई करता था, और वह किसी से भी ज्यादा बात नहीं करता था। खुद को एक कमरे में बंद करके पढ़ाई करता था। मृतक के पिता दार्जिलिंग में रहते हैं, जबकि मां और बेटा दिल्ली में रहते थे।
कैसे हुआ ठगी का शिकार?
मां ने बताया कि 14 जुलाई को काम पर गई और इसी बीच महेश घर से गायब हो गया। तभी अचानक फोन पर एक मैसेज आया कि मेरे साथ साइबर ठगी हुई। इसलिए वह घर छोड़कर जा रहा है। लड़के की मां तुरंत घर पर पहुंची तो देखा कि महेश घर से निकल चुका था। महेश ढूंढने की कोशिश की लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।
इसी दौरान पता चला कि उनके बेटे से एक नया फोन खरीदने के लिए किसी से संपर्क किया और किसी के खाते में 94 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर अपने बेटे के लिए न्याय की मांग की है।
