Delhi Blast: ब्लास्ट से 2 दिन पहले डॉ. परवेज ने दिया इस्तीफा, कट्टरपंथी गतिविधियों से जुड़े होने के सबूत

डॉ. शाहीन और उसका भाई डॉ. परवेज
Delhi Blast: दिल्ली ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार की गई डॉक्टर शाहीन सईद के भाई परवेज को हिरासत में लिया गया। इस मामले में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ की प्रतिष्ठित इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर परवेज कट्टरपंथी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था। हालांकि ब्लास्ट होने से ठीक दो दिन पहले उसने इस्तीफा दे दिया था। उसी दिन सहारनपुर से डॉक्टर अदील को गिरफ्तार किया गया था। ऐसे में शक जताया जा रहा है कि फरीदाबाद मॉड्यूल में गिरफ्तार हुए आरोपी अदील अहमद से उसका कोई संबंध था। इसके कारण अदील के गिरफ्तार होते ही डर के कारण उसने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया।
अदील की गिरफ्तारी के बाद दिया इस्तीफा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉ. परवेज अंसारी ने संदिग्ध परिस्थितियों में नौकरी छोड़ी। वो इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ के मेडिसिन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात था। उसने फरीदाबाद मॉड्यूल के आरोपी डॉक्टर अदील अहमद की गिरफ्तारी के ठीक बाद इस्तीफा दिया। उसने 7 नवंबर को परवेज अंसारी ने यूनिवर्सिटी को मेल भेजकर इस्तीफा दिया था। उसने जल्दबाजी में ये फैसला लिया। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस्तीफा देने के बाद वो यूनिवर्सिटी से अपना निजी सामान तक लेने नहीं आया।
बेहद शांत स्वभाव का था डॉक्टर परवेज
बता दें कि डॉ. परवेज ने साल 2021 में सीनियर रेसिडेंट के तौर पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी ज्वाइन की थी। अभी वो असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर प्रमोट हुआ था। इस्तीफे में उन्होंने नौकरी छोड़ने की वजह बताते हुए कहा कि उन्हें 'एसोसिएट प्रोफेसर का पद' मिल गया है। हालांकि अचानक नौकरी छोड़ने और इसके बाद अपना निजी सामान तक न ले जाना, इस दावे पर सवाल खड़े कर रहा है। वहीं यूनिवर्सिटी सूत्रों का कहना है कि वो डॉ. परवेज़ का व्यवहार हमेशा शांत और बेहतरीन रहा है। वो अपना काम भी बखूबी करता था। इस तरह की बात सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन भी हैरान है। साथ ही मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की जा रही है। डॉक्टर परवेज पर आरोप है कि वो फरीदाबाद मोड्यूल से कोई सीधा कनेक्शन हो सकता है। सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं।
