Delhi Water Audit: मानसून में दिल्ली की प्यास बरकरार, वाटर ऑडिट में चौंकाने वाले खुलासे

दिल्ली के कई हिस्सों में लोग अभी भी पानी के टैंकरों पर निर्भर
दिल्ली में भाजपा की नई सरकार बनने के बाद भी पेयजल किल्लत का समाधान नहीं हो पाया है। खासकर, झुग्गियों में रहने वाले लोग पेयजल के लिए दिल्ली जल बोर्ड के टैंकरों पर आश्रित हैं। लोगों की परेशानी यह है कि पानी के टैंकर भी सप्ताह में एक या दो बार ही आते हैं। इसके कारण लोगों को बाजार से पानी खरीदना पड़ता है। ग्रीनपीस इंडिया के एक सर्वे ने इस समस्या के अलावा इससे जुड़े कई अन्य अहम पहलुओं को भी उजागर कर दिया है।
ग्रीनपीस इंडिया ने दिल्ली की 12 बस्तियों में वाटर ऑडिट किया। इस दौरान 500 से ज्यादा घरों में सर्वे कर पानी को लेकर कई सवाल पूछे गए। सर्वे से पता चला कि तीन में से एक व्यक्ति पूरी तरह से पानी के टैंकर पर भी निर्भर है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 10000 रुपये तक कमाने वाले शख्स की 15 फीसद कमाई पानी के इंतजाम करने में चली जाती है।
वाटर ऑडिट से हुए ये चौंकाने वाले खुलासे
इस वाटर ऑडिट से पता चला कि 34 फीसद लोग स्वच्छ पानी के लिए प्राइवेट सप्लायर्स पर निर्भर हैं, जबकि 29 फीसद लोगों को दिल्ली जल बोर्ड के टैंकरों के माध्यम से पानी उपलब्ध हो रहा है। 21 फीसद लोग वाटर एटीएम और 14 फीसद लोग सबमर्सिबल पंपों पर आश्रित है। खास बात है कि दो फीसद लोग ऐसे भी हैं, जो अपने पड़ोसियों से पानी लेकर काम चला रहे हैं।
कहां-कहां हुआ वाटर ऑडिट
शकरपूर बस्ती, सावदा घेवरा, चूना भट्टी, दया बस्ती, खजान बस्ती, सीमापुरी, सुंदर नगरी, लोहार बस्ती, संगम विहार स्लम एरिया, रघुबीर नगर, कुसुमपुर पहाड़ी, जेजे कॉलोनी समेत कई बस्तियों में वाटर ऑडिट रिपोर्ट तैयार करने के लिए सर्वे किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में ग्रीनपीस इंडिया की कैंपेनर वैशाली उपाध्याय के हवाले से बताया है कि भले ही पानी इंसान का बुनियादी अधिकार है, लेकिन इन परिवारों को पीने का पानी मिल ही नहीं पाता है। वाटर एटीएम न होने की वजह से लोगों को प्राइवेट वाटर टैंकरों पर निर्भर होना पड़ता है। इस पर जो खर्च होता है, उससे शिक्षा, चिकित्सा और रसोई घर के खर्च को एडजस्ट करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के इलाकों में प्रति व्यक्ति की मांग के अनुरूप पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
वाटर एटीएम लगाने में भी देरी
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने अप्रैल 2025 में 3000 वाटर एटीएम लगाने की घोषणा की थी, लेकिन जून तक महज 20 एटीएम ही लग पाए हैं। इस पर दिल्ली सरकार का पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन अभी तक जवाब नहीं मिला है।
