SAU Gangrape Case: साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रा से गैंगरेप मामले में एक्शन, हॉस्टल की वार्डन को हटाया

साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में छात्रा से गैंगरेप मामले में एक्शन।
South Asian University Gang Rape Case: राजधानी दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में बीटेक छात्रा से कथित यौन उत्पीड़न मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। यूनिवर्सिटी ने गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन डॉ. रिंकू देवी को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त कर दिया, वहीं गर्ल्स हॉस्टल की असिस्टेंट II अनुपम अरोड़ा को जांच रिपोर्ट जमा होने तक सस्पेंड कर दिया। छात्रा द्वारा कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।
पीड़ित छात्रा ने पुलिस को बताया कि रविवार शाम को यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर एक गार्ड समेत 4 अज्ञात लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया। वारदात के बाद जब पीड़िता हॉस्टल स्टाफ के पास शिकायत के लिए पहुंची, तो उसे नजरअंदाज कर दिया गया। पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने मंगलवार को केस दर्ज कर लिया था। पुलिस आरोपियों की पहचान करने और पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।
100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ
यूनिवर्सिटी में 18 साल की बीटेक छात्रा के साथ कथित गैंगरेप मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, इस मामले में सुरक्षा गार्डों, कर्मचारियों और स्टूडेंट्स समेत कुल 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। इनमें 67 सुरक्षाकर्मी, कर्मचारी और छात्र शामिल हैं। पुलिस अधिकारी के अनुसार, अभी तक किसी आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में 3 ऐसी जगहें मिली हैं, जहां पर कथित घटना की रात को पीड़िता को देखा गया है।
#WATCH | Delhi | Following an alleged sexual assault case in South Asian University, Dr Rinkoo Devi Gupta, Warden of Girls' hostel, relieved from wardenship immediately. Assistant II of Girl's hostel, Anupma Arora, to be suspended till submission of enquiry report: South Asian… pic.twitter.com/IdZeJchhCO
— ANI (@ANI) October 16, 2025
पीड़िता ने लगाए ये आरोप
पीड़ित छात्रा ने कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि रविवार को घटना के बाद यूनिवर्सिटी के स्टाफ ने तुरंत मदद करने या अधिकारियों को इंफॉर्म करने की बजाय उसकी बात को नजरअंदाज कर दिया। इतना ही नहीं, स्टाफ ने पीड़िता को उसके परिवार को सूचित करने से भी रोका।
पीड़िता के अनुसार, घटना से 2-3 दिन पहले से छात्रा को धमकी भरे ईमेल और अश्लील मैसेज मिल रहे थे। उसे हॉस्टल से बाहर मिलने के लिए भी कहा गया था। पीड़िता के अनुसार, रविवार रात यूनिवर्सिटी के दीक्षांत केंद्र के पास 4 लोगों ने कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया। सोमवार दोपहर को पीड़िता के एक दोस्त ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित छात्रा की काउंसलिंग कराई और फिर उसका बयान दर्ज किया। पीड़िता ने मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया।
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