Delhi School Closed: दिल्ली की हवा में 'जहर', 5वीं तक के स्कूलों पर आया ये निर्देश
प्रतीकात्मक तस्वीर।
देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले लोगों को अभी भी वायु प्रदूषण का कहर झेलना पड़ रहा है। इसका बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है। वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली के स्कूलों में प्राइमरी से लेकर पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं एक सप्ताह से अधिक समय के लिए बंद कर दी गई थीं। साथ ही, कक्षाओं को हाइब्रिड या ऑनलाइन मोड में चलाया जा रहा था।
अभी भी दिल्ली की हवा भी खतरनाक श्रेणी में है, लेकिन हाईब्रिड या ऑनलाइन कक्षाएं चलाना बच्चों के लिए सही नहीं माना जा रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि एक दिसंबर से नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को फिर से नियमित ऑफलाइन मोड में खोला जाए।
क्या कहते हैं शिक्षक
रोहिणी स्थित एक सरकारी स्कूल की प्रधानाचार्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हाईब्रिड या ऑनलाइन कक्षाएं लगाना मुश्किल है। कई बच्चे बदलते मौसम की वजह से बीमार होकर स्कूल नहीं पहुंचते और ऑनलाइन पढ़ाई की वजह से बच्चों में सीखने की प्रक्रिया धीमी देखी गई। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने के निर्देश मिल चुके हैं। कई प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है। अभिभावकों को नए निर्देशों के बारे में भी सूचित कर दिया गया है।
अभिभावक इन बातों का रखें ख्याल
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 350 के पार ही चल रहा है। कई इलाकों में तो यह 400 के पार दर्ज हो रहा है। ऐसे में बच्चों और स्कूलों के लिए कुछ सावधानिया बरतने की सलाह दी गई है। स्कूल आते-जाते समय बच्चों को मास्क पहनाना चाहिए ताकि प्रदूषण के कण उनके फेफड़े तक न पहुंच सके। स्कूलों को खेल गतिविधियां नहीं होनी चाहिए। कक्षाओं के दरवाजे और खिड़कियां बंद होनी चाहिए। अगर किसी बच्चे को सांस लेने में दिक्कत या आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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