Delhi Politics: दिल्ली में महंगे फोन पर छिड़ी जंग, आमने-सामने 'आप' और 'बीजेपी'

Saurabh Bhardwaj Angry
X

नो फ्यूल पॉलिसी को लेकर दिल्ली बीजेपी सरकार पर भड़के सौरभ भारद्वाज। 

Delhi Politics: दिल्ली में महंगे फोन को लेकर दिल्ली सरकार और विपक्षी दल में राजनीति तेज हो गई है। सौरभ भारद्वाज ने महंगे फोन को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।

Delhi Politics: दिल्ली में महंगे फोन को लेकर राजनीतिक जंग छिड़ गई है। कहा जा रहा है कि अब दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के पास 1.25 लाख से 1.5 लाख रुपए की कीमत तक के मोबाइल फोन गैजेट होंगे। जानकारी के अनुसार, सामान्य प्रशासन विभाग ने मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए मोबाइल फोन खरीदने की अधिकतम सीमा को संशोधित किया है। संशोधित प्रतिपूर्ति 9 जुलाई को जारी की थी। हालांकि इस मुद्दे पर सत्ताधारी बीजेपी सरकार और आम आदमी पार्टी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है।

क्यों बढ़ाई गई फोन की कीमत?

इस बारे में एक अधिकारी ने बताया कि फोन प्रतिपूर्ति की सीमा को 12 साल बाद संशोधित किया गया है। पिछली बार साल 2013 में संशोधन किया गया था। इससे पहले फोन खरीदने के लिए 50,000 रुपए की सीमा तय की गई थी। हालांकि आम आदमी पार्टी ने उस तय सीमा यानी 50,000 रुपए से ज्यादा कीमत के आईफोन खरीदे थे। इनकी कीमत 1 लाख रुपए से ज्यादा थी। बाजार में फोन की कीमत देखते हुए विभाग ने फोन प्रतिपूर्ति सीमा में संशोधन करने का फैसला लिया।

सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार पर साधा निशाना

हालांकि इस बात को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को नजरअंदाज कर रही है। बीजेपी सरकार अपने मंत्रियों के लिए महंगे गैजेट खरीद रही है। इन लोगों ने 8 मार्च 2025 को दिल्ली की लाखों महिलाओं को 2500 रुपए प्रतिमाह देने का वादा किया था। इसके बावजूद अब तक एक भी महिला को रुपए नहीं बांटे गए। जब खुद के लिए असीमित बिल मंजूर करने या महंगे फोन खरीदने की बात आती है, तो बीजेपी किसी चीज में देरी नहीं करती।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अगर वे रातों रात महंगे फोन को मंजूरी दे सकते हैं, तो ये बहस करने के लिए एक समिति क्यों नहीं बनाते? फोन लेने के लिए समितियां क्यों नहीं बनाई गईं? बीजेपी ने केवल जन कल्याण वाली योजनाओं के लिए समितियां क्यों आरक्षित कीं?

बीजेपी ने किया पलटवार

वहीं सौरभ भारद्वाज के इस बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने एक आरटीआई जवाब की कॉपी शेयर की। उन्होंने कॉपी शेयर करते हुए लिखा कि अब आपको मुख्यमंत्री के 1 लाख रुपए के फोन को लेकर आपत्ति है, तो 2017 और 2022 के बीच तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए खरीदे गए फोन पर भी नजर डाल लें। वहीं प्रवीण शंकर ने अरविंद केजरीवाल द्वारा खरीदी गईं 1.45 करोड़ रुपए की कारों के बारे में भी सौरभ भारद्वाज से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां राजनीतिक बयान दें लेकिन अपनी शालीनता को पार न करें।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story