Cyber Crime: दिल्ली में इंटरस्टेट फॉरेक्स ट्रेडिंग फ्रॉड सिंडिकेट का भंडाफोड़, फेक कंपनयों क मिलीभगत

दिल्ली में साइबर क्राइम।
Cyber Crime: दिल्ली पुलिस ने ऐसे इंटरस्टेट फॉरेक्स ट्रेडिंग फ्रॉड सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इस सिंडिकेट का संचालन दुबई में बैठे साइबर क्रिमिनल्स कर रहे थे। ये गिरोह सोशल मीडिया के जरिए लोगों को उच्च विदेशी मुद्रा लाभ का झांसा देता था। ये गिरोह एक डिजिटल मायाजाल में फंसाकर फर्जी डैशबोर्ड, हेरफेर किए गए रिटर्न और झूठे प्रॉफिट स्टेटमेंट दिखाकर लोगों से लूटपाट करता था। इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए 3 आरोपियों में से एक अनुराग कुमार है, जिसने बड़े पैमाने पर म्यूल अकाउंट खोले थे। वो केवल दो लाख रुपए के बदले दुबई कनेक्शन वाले नेटवर्क के हवाले कर देता था। हर बैंक अकाउंट इस गिरोह की मनी-लॉन्ड्रिंग मशीनरी का एक हिस्सा बन जाता था। इनमें दूसरा आरोपी जीशान सैयद है, जो एक प्राइवेट बैंक में सेल्स मैनेजर के तौर पर काम करता था। जीशान ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 70 हजार रुपए लेकर कॉर्पोरेट अकाउट्स तक पहुंच कराई। इसके जरिए फर्जी कंपनियों का वित्तीय ढांचा और मजबूत हो गया। वहीं तीसरे आरोपी की पहचान हिमांशु गुप्ता के तौर पर हुई है। हिमांशु पहले भी धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल रह चुका है।
🚨💻 CYBER CELL, CRIME BRANCH, DELHI BIG BREAKTHROUGH! 💥🚨
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) November 17, 2025
🌐 Interstate Forex-Trading Fraud Syndicate BUSTED
👮♂️ 03 Accused Arrested — incl. Sales Manager of a Prominent Bank
🇦🇪 Dubai-based Handler Identified
🏦 Shell Companies + Mule Accounts used for high-value laundering
💸… pic.twitter.com/pacP80gbom
इस साइबर क्राइम में हिमांशु मुख्य समन्वयक की तरह काम करता था। वो निचले स्तर के गुर्गों को दुबई स्थित हैंडलर से जोड़ता था। इस गिरोह ने कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। इन्होंने केवल एक ही पीड़ित से लगभग 40 लाख रुपए की ठगी की। पुलिस का कहना है कि पुलिस का मानना है कि इस स्कैम का दायरा काफी बड़ा है। अब तक कई लोगों को पकड़ा गया है। वहीं अन्य को पकड़ने के लिए जांच जारी है। पूरे मामले में रीबूट्ज सिंक प्रोफेशनल्स प्राइवेट लिमिटेड और थिंकसिंक प्रोफेशनल्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों का फ्रंट पर इस्तेमाल किया गया है।
