Delhi Police Action: दिल्ली पुलिस ने टारगेट किलिंग के प्लान को किया नाकाम, खालिस्तानियों से जुड़े तार

मामूली कहासुनी में युवक को उतारा मौत के घाट।
दिल्ली पुलिस ने खालिस्तान टाइगर फोर्स के सरगना अर्श डल्ला के गिरोह को हथियार सप्लाई करने वाले आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी की पहचान एकमजोत सिंह संधू के रूप में हुई है। उसके पास से 4 ऑटोमैटिक पिस्टल और 3 एक्सट्रा मैग्जीन बरामद की है। पूछताछ में पता चला है कि इन हथियारों का इस्तेमाल टारगेट किलिंग में होना था।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एक गुप्ता सूचना मिली थी कि टारगेट किलिंग के लिए हथियारों की खेप लाई जा रही है। सूचना मिलते ही एसीपी दलीप और इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में टीमों का गठन कर ओखला के ईएसआई हॉस्पिटल के पास बस स्टैंड पर छापा मारा। इस ऑपरेशन में एकमजोत सिंह संधू हथियारों के साथ पकड़ा गया। उसके पास 4 ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद हुईं। इनमें से दो पिस्टल .30 बोर की और दो पिस्टल .32 बोर की है। इसके अलावा तीन अन्य मैग्जीन भी बरामद की गई है।
अर्श डल्ला गैंग को सप्लाई कर रहा हथियार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एकमजोत सिंह संधू पंजाब के मानसा का रहने वाला है। वह मध्य प्रदेश से हथियार खरीदता और अर्श डल्ला के करीबी परमजीत सिंह उर्फ पम्मा भिखी तक इन हथियारों को सप्लाई कर देता। अर्श डल्ला गैंग और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच गहरी दुश्मनी है। दोनों गिरोह के सदस्य एक दूसरे को टारगेट करके मौत के घाट उतार रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने इन हथियारों को बरामद कर फिलहाल के लिए अर्श डल्ला के टारगेट किलिंग का प्लान फेल हो गया है।
कैसे बने अर्श डल्ला और लॉरेंस बिश्नोई बने दुश्मन
खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या हो गई थी। कनाडा पुलिस का आरोप था कि लॉरेंस बिश्नोई ने निज्जर की हत्या की है। निज्जर की हत्या के बाद अर्श डल्ला ने केटीएफ की कमान संभाली थी। दिसंबर 2022 में वह भारत से भाग गया। वो भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल है। उस पर 20 से ज्यादा केस दर्ज है। 2020 और 2021 में डेरा सच्चा सौदा के दो अनुयायियों की हत्या में भी उसकी भूमिका सामने आई है।
अर्श डल्ला को 2023 में आतंकवाद घोषित किया गया। वो देश से बाहर है, लेकिन टारगेट किलिंग कर अपने मंसूबों को अंजाम दे रहा है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि आरोपी एकमजोत सिंह संधू से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है, जिससे इस गिरोह पर नकेल कड़ी हो सके।
