Delhi: लॉटरी और फ्री स्कीम का लालच...इस तरह ठगी करता था ये गिरोह, 7 अरेस्ट

दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 5 भारतीय और 2 नाइजीरिया के नागरिक शामिल हैं। ये गिरोह पूरे देश में एक्टिव था, जो आम नागरिकों को अपने जाल में फंसाकर ठगी करता था। क्राइम ब्रांच के DCP विक्रम सिंह ने कहा कि ये गिरोह लोगों को फर्जी लॉटरी, गिफ्ट और इनामी योजनाओं का लालच देकर अपने झांसे में लेते थे। ठगी करने के लिए आरोपी महिला बनकर लोगों का भरोसा जीतते थे।
पुलिस ने रैकेट का पर्दाफाश करते हुए ठगी के तरीके का खुलासा किया है। साथ ही आरोपियों के कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 3.63 लाख कैश, 2 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 9 ATM कार्ड, 3 चेक बुक, 6 बैंक पासबुक बरामद किए हैं।
कैसे ठगी करते थे आरोपी?
DCP विक्रम सिंह ने बताया कि ये आरोपी फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया से लोगों को डाटा चोरी करते थे और फिर मैसेंजर के जरिए मैसेज-कॉल करते थे। विदेशी नागरिक पीड़ितों को बिजनेसमैन बनकर कॉल करते थे। ये आरोपी एक अकाउंट को 5-6 महीने तक चलाते थे, फिर उसे बंद कर देते थे। उन्होंने बताया कि अभी ये लोग विकास के नाम से एक अकाउंट चला रहे थे, जिसके जरिए 20-25 पीड़ितों की पहचान हो चुकी है। DCP ने बताया कि यह गिरोह एक साल से ज्यादा समय से एक्टिव है। नाइजीरियाई आरोपी लोगों को फर्जी योजनाओं और लॉटरी का झांसा देकर फंसाते थे। वहीं, उनके भारतीय साथी बैंक अकाउंट खोलते थे और पीड़ितों से मिले पैसे को निकालकर गिरोह के सदस्यों में बांट देते थे।
इस तरह पुलिस ने किया खुलासा
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, स्पेशल इनपुट के आधार पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली के पंजाबी बाग से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 3.63 लाख नकद, 9 एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए, जिसमें आपत्तिजनक डिजिटल सबूत पाए गए। वहीं, दूसरे नाईजीरियाई मास्टरमाइंड को दिल्ली के खानपुर से पकड़ा गया, जब वह ठगी के पैसे लेने के लिए आया था। जांच में पता चला कि वह अवैध रूप से भारत में रहा रहा था।
अवैध रूप से रह रहे दोनों नाइजीरियाई
दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच DCP ने बताया नाइजीरियाई नागरिकों का वीजा एक्सपायर हो गया था। वे दोनों अवैध रूप से दिल्ली में रह रहे थे। उनमें से एक की पहचान संडे जॉन के रूप में हुई है, जो साल 2023 में भारत आया था। उसका बिजनेस वीजा एक्सपायर हो चुका था, लेकिन फिर भी वह यहां पर रह रहा था। वहीं, दूसरा नाइजीरियाई नागरिक साल 2013 में मेडिकल वीजा पर भारत में आया था। उसका भी वीजा एक्सपायर हो चुका है और वह भारत में अवैध रूप से रह रहा था।
Delhi: DCP Vikram Singh says, "The syndicate has been busted. It involved both Nigerian and Indian nationals working together to cheat people. This gang had been active for quite a long time. We have arrested five Indians and two Nigerians..." pic.twitter.com/QyqgbwFmsc
— IANS (@ians_india) July 20, 2025
कैसे होता था ठगी का काम?
दिल्ली क्राइम ब्रांच के DCP ने बताया जिन पांच भारतीय आरोपियों को पकड़ा गया है, उनमें शाहरुख और शाहिद रजा मुख्य आरोपी हैं। उन्होंने बताया कि शाहिद रजा पहले नाइजीरियाई लोगों के संपर्क में आया था। इससे पहले वह साल 2016 में भी इसी तरह के एक मामले में जेल में बंद था। DCP ने शाहरुख पैसों का लेन-देन करता था। इसके अलावा दूसरा आरोपी राकेश बैंक अकाउंट खुलवाता था।
वहीं, आरोपी फैज फर्जी आधार कार्ड बनवाता था। DCP ने कहा कि नाइजीरियाई आरोपी लोगों को अपने जाल में फंसाकर अकाउंट में पैसे जमा करवाते थे। भारतीय आरोपी उस पैसे को निकालकर नाईजीरियाई आरोपियों को कैश में देते थे। फिलहाल इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।
