Delhi Police: अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़, दुबई में बैठकर दिल्ली से चुरा रहे थे लग्जरी गाड़ियां

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अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का सदस्य पुलिस की गिरफ्त में 

केंद्रीय जिला आट्स और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के एक सदस्य को अरेस्ट किया है। पूछताछ में उसने जो कुछ बताया, उससे चोरी का तरीका देख पुलिस भी हैरान है।

दिल्ली-एनसीआर से वाहन चुराने वाले अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। केंद्रीय जिला आट्स और दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने 100 किलोमीटर का पीछा कर इस गिरोह के सक्रिय सदस्य अमनदीप सिंह को अरेस्ट किया है। आरोपी पर पुलिसकर्मियों को कार से टक्कर मारने का भी प्रयास किया। पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर पूछताछ शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय जिला आट्स और रंजीत नगर पुलिस की टीम को सूचना मिली थी कि एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का एक सदस्य चुराई गई एक कार से दिल्ली से पंजाब जा रहा है। इस पर तुरंत टीम गठित कर नाकाबंदी लगा दी। इस दौरान बताए गए नंबर वाली कार पहुंची तो उसे रुकवाने का प्रयास किया। लेकिन, कार चालक ने रुकने की बजाए पुलिसकर्मियों पर ही गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। इसके बाद गाड़ी को मुरथल की ओर दौड़ा दिया।

इसके बाद कार को रोककर खेतों में छिप गया। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। घंटों सघन तलाशी अभियान के बाद आखिरकार आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी का नाम अमनदीप सिंह है, जिस फॉर्च्यूनर कार में सवार था, वो भी चोरी की थी। आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने तीन और चोरी की वारदातों का खुलासा किया। उसकी निशानदेही पर पंजाब से तीन लग्जरी कारें बरामद की गई हैं। इनमें से दो क्रेटा और एक किआ सेल्टोज है।

नौ आपराधिक मामले दर्ज

पुलिस ने बताया कि पांडव नगर स्थित डीडीए फ्लैट के पास एक इनोवा कार 29 जुलाई 2025 को चोरी हुई थी। अमनदीप ने इस वारदात का भी खुलासा किया है। जांच में पता चला कि उसके खिलाफ 9 आपराधिक केस दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी से हत्या प्रयास और वाहन चोरी के 5 मामले सुलझ गए हैं। पूछताछ के बाद अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की उम्मीद है।

ऐसे करते थे वाहन चोरी

पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लग्जरी कारों के सुरक्षा सिस्टम को तोड़ देते थे। इसके बाद कार के पिछले विंडशील पर लगे होलोग्राम की फोटो लेते थे। इसके बाद सिक्योरिटी कोर्ड की तस्वीर को दुबई में बैठे इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भेजी जाती थी। यह सदस्य सिस्टम को अनलॉक कर नया कोड भेजते। इसके बाद चोर शीशा ब्रेक करके नई मशीन से गाड़ी स्टार्ट कर फरार हो जाते थे। पुलिस ने बताया कि अमनदीप का काम चोरी की गाड़ियों को पंजाब तक पहुंचाना था। उससे पूछताछ के बाद इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की उम्मीद है।

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