Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने दशकों से फरार डॉक्टर को किया गिरफ्तार, 2016 में भगोड़ा घोषित

Delhi Crime News
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प्रतीकात्मक तस्वीर

Delhi Police: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को साल 2016 में कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था।

Delhi Police: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक शातिर ठग को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। ये ठग दशक से कानून की आंखों में धूल झोंक रहा था। फिलहाल ये डॉक्टर हरिद्वार में डॉक्टर बनकर रह रहा था। वो खुद को AIIMS ऋषिकेश का डॉक्टर बताकर लोगों को गुमराह करता था। आरोपी की पहचान 52 वर्षीय राजकुमार के रूप में हुई है। 2007 और 2015 में उसके खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के दो मामले दर्ज किए गए। इन मामलों में उसे भगोड़ा घोषित किया गया था।

जानकारी के अनुसार आरोपी राजकुमार बैंक फ्रॉड और ज़मीन की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहा था। उसने अपनी पहचान, ठिकाना, और शक्ल तक बदल डाली। दिल्ली पुलिस ने साल 2015 में उसे पकड़ने के लिए कार्रवाई तेज कर दी थी। पुलिस से बचने के लिए वो हरिद्वार भाग गया। उसने वहां खुद को डॉक्टर बताकर नई पहचान बनाई।

आरोपी को पकड़ने के लिए ARSC/Crime Branch की एक विशेष टीम बनाई गई। इस टीम में शामिल में इंस्पेक्टर मंगेश त्यागी और रॉबिन त्यागी को आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई। 11 और 12 जून की रात टीम ने तकनीकी निगरानी और खूफिया सूचना की मदद से आरोपी राजकुमार को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के समय राजकुमार अपने घर पर मौजूद था। उसके इलाके के लोग उसे डॉक्टर साहब के नाम से जानते हैं। गिरफ्तारी के बाद उसे दिल्ली लाया गया और संबंधित थानों को उसकी जानकारी दी गई। साल 2007 में आरोपी ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी बैंक से गाड़ी का लोन लिया था। जांच में उसका नाम सामने आया, लेकिन वो ट्रायल के लिए पेश नहीं हुआ। इस मामले में साल 2016 में उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया।

इसके अलावा साल 2015 में उसने दो लोगों को एक प्लॉट के फर्जी दस्तावेज देकर 14 लाख रुपए की ठगी की थी। जब पीड़ित ने इस मामले में पुलिस में शिकायत की, तो उसने उन्हें 26 लाख रुपए का चेक दिया। हालांकि वो चेक जिस बैंक का था, वो अकाउंट पहले ही बंद हो चुका था। इसके बाद वो वहां से घर खाली करके भाग गया।

बता दें कि आरोपी मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है। उसने मेघालय यूनिवर्सिटी से BA करने के बाद दिल्ली के बुराड़ी इलाके में अखबार व मैगजीन पब्लिश करने का काम शुरू किया। इस मामले में DCP क्राइम ब्रांच संजीव यादव ने कहा कि आरोपी के खिलाफ दोनों मामलों में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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