Delhi: दिल्ली में गोवा जैसे हादसे का खतरा... सिर्फ 90 होटल-क्लबों की फायर NOC, देखें आंकड़े

Delhi Night Club Fire Safety NOC
X

दिल्ली के नाइट क्लबों में सुरक्षा व्यवस्था में चूक।

दिल्ली में लगभग 90 फीसदी से ज्यादा होटल, नाइट क्लब, पब, रेस्टोरेंट को फायर सेफ्टी एनओसी नहीं मिली है। हाल ही में गोवा में हुई घटना के बाद राजधानी में नाइट क्लबों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

Delhi Night Club Fire Safety NOC: राजधानी दिल्ली में भी गोवा के नाइट क्लब जैसा हादसे होने का जोखिम बना हुआ है। दिल्ली के नाइटक्लबों में एक छूटी सी चूक किसी बड़े हादसे की वजह बन सकती है। दरअसल, दिल्ली फायर सर्विस विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि राजधानी में 90 फीसदी से ज्यादा होटलों और क्लबों को फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट नहीं मिला है। विभाग के अनुसार, दिल्ली में सिर्फ 52 होटलों के पास ही वैलिड फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट है।

वहीं, क्लबों की बात करें, तो केवल 38 क्लबों के पास फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट है। इससे पता चलता है कि दिल्ली में कितने बड़े स्तर नियमों को नजरअंदाज किया जा रहा है। बता दें दिल्ली में 3,800 से ज्यादा होटल और एक हजार से ज्यादा बार, क्लब और रेस्तरां हैं, जिन्हें लाइसेंस मिले हैं। इसके अलावा नाइट क्लबों की संख्या 160-170 के आसपास है।

किन होटलों को लेना होता है फायर एनओसी?

दिल्ली फायर सर्विस विभाग के अधिकारियों के अनुसार, 90 स्क्वायर मीटर से ज्यादा क्षेत्रफल वाले होटलों, क्लबों और रेस्टोरेंट-बारों को एनओसी लेना जरूरी होता है। ये एनओसी 3 साल के लिए वैलिड होती है। छोटे प्रतिष्ठानों को सिर्फ एक हलफनामा जमा करना होगा, जिसमें यह बताया गया हो कि वे अग्नि सुरक्षा नियमों का पालन करते हैं। इसके बाद फायर की टीम निरीक्षण करने के लिए होटल आएगी। अगर फायर सेफ्टी नियमों का अच्छी तरीके से पालन किया जा रहा होगा, तो विभाग द्वारा एनओसी जारी किया जाएगा।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने बताया कि एनओसी देने से पहले 20 प्रमुख बिंदुओं का निरीक्षण किया जाता है। इनमें संरचना की संख्या, चौड़ाई और प्रकार, एग्जिट गेटों की व्यवस्था, धुआं प्रबंधन प्रणाली, अग्निशामक यंत्र और स्वचालित अग्नि संसूचन व अलार्म प्रणालियां, और जन-संबोधन प्रणालियां शामिल हैं।

दिल्ली के कई इलाकों में क्लब

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में छोटे-छोटे नाइट क्लब चल रहे हैं। इनमें से ज्यादातर क्लब आसपास लटकते बिजली के तार, संकरी गलियों और सीढ़ियों और बिना एग्जिट के चल रहे हैं। इसकी वजह से इमरजेंसी आने पर लोगों का एक साथ क्लब से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।

गोवा के नाइट क्लब में आग लगने की घटना के बाद दिल्ली में पब-बार और नाइट क्लबों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ गई हैं। राजधानी दिल्ली में कनॉट प्लेस, हौज खास विलेज, साकेत, कमला नगर, राजौरी गार्डन और साउथ एक्स इलाकों में बड़े-बड़े नाइट क्लब और बार चलाए जा रहे हैं। रोजाना इन क्लबों में दिल्ली-एनसीआर के लोग भारी संख्या में आते हैं।

गोवा के नाइट क्लब में हुआ हादसा

रविवार को गोवा के अरपोरा इलाके में एक नाइट क्लब में भीषण आग लग गई। इस भयानक हादसे में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिसमें 5 टूरिस्ट और 20 स्टाफ मेंबर शामिल हैं। बताया जा रहा है कि क्लब में आग लगने के बाद काफी तेजी से फैलने लगी। अंदर मौजूद लोग बाहर निकलने का रास्ता नहीं ढूंढ पाए, जिसके कारण दम घुटने से उनकी मौत हो गई।

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए haribhoomi.com के साथ।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story