Riverfront Project: दिल्ली के नजफगढ़ नाले पर बनेगा अटल पार्क, ओपन जिम, छठ घाट समेत होंगी ये सुविधाएं

दिल्ली में नजफगढ़ नाले के पास बनेगा अटल पार्क। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Delhi Riverfront Project: राजधानी दिल्ली कs नजफगढ़ नाले की सूरत बदलने की तैयारी की जा रही है। द्वारका के पास नजफगढ़ नाले के विपिन गार्डन सेक्शन पर रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया है, जिसकी लागत 9.5 करोड़ रुपये है। इसके तहत नजफगढ़ नाले के पास खाली जमीन को एक मनोरंजक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसका काम सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा किया जा रहा है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट के लिए परामर्श कार्य पूरा किया जा चुका है। इस प्रोजेक्ट को 6 महीने के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
विभाग ने विपिन गार्डन के नजदीक रिवरफ्रंट के लिए 21 एकड़ की जमीन चिह्नित की है, जिसे एक कम्युनिटी रिक्रिएशनल और सोशल सेंटर के रूप में बदला जाएगा। इस 21 एकड़ की जमीन पर अटल पार्क तैयार किया जाएगा, जो बच्चों के साथ-साथ युवाओं और बुजुर्गों के लिए मनोरंजन का स्थान होगा। दरअसल, सिंचाई विभाग के पास नजफगढ़ नाले के पास करीब 50 एकड़ जमीन है। इनमें से 21 एकड़ जमीन पर मनोरंजक स्थल और बच्चों के लिए अलग-अलग एक्टिविटी की सुविधा के लिए डेवलप किया जाएगा। वहीं, बची हुई जमीन पर खेल के मैदान बनाने की योजना है।
अटल पार्क की खासियत
इस प्रोजेक्ट के तहत इलाके को हरे-भरे और मनोरंजक स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, प्रस्तावित प्रोजेक्ट के तहत एक खूबसूरत पार्क, ओपन जिम, गजेबो, वाहन पार्किंग, छठ घाट, बच्चों के खेल क्षेत्र (झूले, स्लाइड्स आदि), क्रिकेट नेट और रंगीन पानी के फव्वारे शामिल हैं। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पार्क के कुछ एरिया में फ्लोरिंग की जाएगी, जिसमें लगभग 4,200 स्क्वायर मीटर में कोटा स्टोन लगाकर फ्लोरिंग की जाएगी।
10 हजार से ज्यादा पेड़ लगेंगे
प्रोजेक्ट के तहत अटल पार्क में 10 हजार से ज्यादा पेड़ लगाए जाएंगे। इनमें स्वदेशी किस्म के पेड़ों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। इनमें कामिनी, करी पत्ता और जड़ी-बूटियों वाले पेड़-पौधे शामिल हैं। इस पार्क में रात रानी के 300, कामिनी पौधे के 500, एरेका पाम के 500, गुड लक पाम के 200, करी पत्ते के 200 पौधे और महुआ के 20 पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा अन्य पेड़ों की प्रजातियों में नीम, अमलतास, कचनार, कल्प वृक्ष, सिल्क कॉटन, शीशम, आम, आंवला और गुलमोहर शामिल हैं।
बता दें कि दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कुछ महीने पहले यमुना की सफाई के लिए चलाई जा रही परियोजनाओं का निरीक्षण किया था। इसी दौरान सीएम ने नजफगढ़ नाले के पास एक रिवरफ्रंट विकसित करने की घोषणा की थी। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि द्वारका मोड़ के पास सिंचाई विभाग की करीब 50 एकड़ की जमीन खाली पड़ी थी, जिस पर अवैध तरीके से कब्जा किया जा रहा था।
