Delhi MCD: बारिश ने बढ़ाई एमसीडी की मुश्किलें... दिल्ली में कैसे खत्म होंगे कूड़े के पहाड़?

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दिल्ली में कूड़े के पहाड़ खत्म करने के लिए एमसीडी का अभियान।

Delhi MCD: दिल्ली में कूड़े के पहाड़ खत्म करने का अभियान धीमा हो गया है। इन दिनों सिर्फ 7,336 टन कूड़ा खत्म किया जा रहा है, जो कि पहले के मुकाबले आधे से भी कम है। देखें ये रिपोर्ट...

Delhi MCD: दिल्ली में जोर-शोर से कूड़े के पहाड़ हटाने का काम चल रहा था, लेकिन बारिश ने नगर निगम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एमसीडी ने अगले 2 सालों में कूड़े के पहाड़ खत्म करने का दावा किया था, लेकिन अब कूड़ा हटाने के अभियान की रफ्तार धीमी हो गई है। योजना के तहत मई-जून के महीने में दिल्ली से हर दिन 23 हजार टन कूड़ा डिस्पोज किया जा रहा था।

वहीं, अब बारिश के कारण हर दिन सिर्फ 7,336 टन कचरा खत्म किया जा रहा है, जो कि पहले के मुकाबले आधे से भी कम है। अगर इसी रफ्तार से कूड़े के पहाड़ खत्म किए जाएंगे, तो तय समय सीमा के भीतर दिल्ली कूड़ा मुक्त नहीं हो पाएगी। वहीं, निगम का कहना कि वो सभी समस्याओं का सामना करते हुए समय पर अपने लक्ष्य को पूरा करेंगे।

क्या था एमसीडी का दावा?

दरअसल, दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी ने दावा किया था कि अगले दो साल के अंदर राजधानी से कूड़े के पहाड़ खत्म कर दिए जाएंगे। हालांकि अब यह दावा एक सपने जैसा लगने लगा है। इस साल मई और जून के महीने में रोजाना 23 हजार टन कूड़े को खत्म किया जा रहा था, लेकिन अब वह घटकर सिर्फ 7,336 टन रह गया है। ऐसे में सवाल है कि क्या एमसीडी दिल्ली से कूड़ा खत्म करने का अपना वादा पूरा कर पाएगी? बता दें कि साल 2019 से ही दिल्ली को कूड़ा मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इतने सालों बाद भी निगम इस समस्या का कोई पुख्ता समाधान नहीं कर पाया। मेयर के राजा इकबाल सिंह का कहना है कि निगम की योजना मानसून जैसी सभी चुनौतियों को देखकर ही बनाई गई थी।

कैसे खत्म किए जा रहा कचरे के पहाड़?

एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कूड़े को ट्रामल मशीन की मदद से डिस्पोज किया जा रहा है। इसमें लैंडफिल साइट पर पड़े कूड़े को खोदकर निकाला जाता है और उसे बेल्ट के जरिए जालीदार मशीन पर कूड़ा सुखाकर भेजा जाता है। इसमें जो मिट्टी होती है, वो छनकर नीचे आ जाती है। वहीं, प्लास्टिक, लोहा और मलबा समेत अन्य वस्तुएं अलग हो जाती हैं। हालांकि बारिश के समय कूड़े को सुखाना मुश्किल हो जाता है।

कितना कचरा हो रहा खत्म?

हाल ही में एमसीडी ने दिल्ली सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी थी। इसके मुताबिक, मई के महीने में भलस्वा लैंडफिल पर औसतन 9,835 टन कूड़ा, ओखला में 7,317 टन और गाजीपुर में 3,996 टन कचरा हर दिन खत्म हो रहा था। अभी के समय में भलस्वा में 1,859 टन कचरा, ओखला में 3,173 टन और गाजीपुर में 2,304 टन कूड़ा खत्म हो रहा है। अब ऐसे में सवाल है कि जिस तरह से दिल्ली से कूड़े को खत्म करने के अभियान की रफ्तार कम हुई है, उसके हिसाब से तय समय पर दिल्ली को कूड़ा मुक्त बनाने में कामयाबी हासिल हो पाएगी या नहीं?

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