Aravalli Hills: 'अरावली की वजह से दिल्ली सुरक्षित वरना...', गोपाल राय ने BJP को चेताया

दिल्ली के पूर्व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय।
केंद्र सरकार की सिफारिशों के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अरावली पहाड़ियों की परिभाषा को स्वीकारा है, उसके बाद से पर्यावरण प्रेमियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। उत्तर भारत के कई राज्यों में अरावली बचाओ आंदोलन शुरू हो गए हैं। दिल्ली के पूर्व पर्यावरण मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने भी अरावली पर्वतमाला को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अरावली की परिभाषा बदलने को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला किया है। साथ ही, वायु प्रदूषण को लेकर भी निशाना साधा है।
मीडिया से बातचीत में गोपाल राय ने कहा कि अरावली का जो पूरा पहाड़ है, यह सभी को पता है कि यह सबसे पुराना पहाड़ है। उन्होंने कहा कि अरावली की वजह से देश की राजधानी दिल्ली आज भी सुरक्षित है वरना आज तक रेगिस्तान बन चुकी होती। उन्होंने कहा कि आज देशभर में अरावली को बचाने के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं कि इन्हें खनन माफिया को न सौंपा जाए। इन प्रदर्शनों की वजह से सरकार को पीछे हटना पड़ रहा है। लेकिन प्रश्न यह है कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के भीतर अरावली पर्वत की परिभाषा क्यों बदल दी।
वायु प्रदूषण कम करने के लिए बीजेपी गंभीर नहीं
गोपाल राय ने आगे कहा कि आज जिस तरह से दिल्ली वायु प्रदूषण का हॉट स्पॉट बन चुका है, उससे सरकार की गंभीरता नहीं दिख रही है, वहीं अरावली को लेकर भी असंवेदनशीलता नजर आ रही है। उन्होंने सीएम रेखा गुप्ता की सरकार को अदूरदर्शी बताया। कहा कि सरकार को जागना पड़गा। तीन साल में पहली बार देखा कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई देने के लिए आए।
उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली वायु प्रदूषण की चपेट में है, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही। दिल्ली, यूपी, राजस्थान हरियाणा में बीजेपी की सरकार है। समझ में आता है कि जब हमारी सरकार थी, तब मीटिंग नहीं करते थे, लेकिन अब क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि जो कार्य नवंबर में होने थे, नहीं हुए। लोगों ने आवाज उठाई तो अब बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जागना ही होगा।
