Harassment of Parents: बेटे-बहू ने बुजुर्ग को बुरी तरह किया प्रताड़ित, हाईकोर्ट ने दिया आदेश, 'इन दोनों को घर...'

Delhi High Court: एक बुजुर्ग ने अपने ही घर में इकलौते बेटे और बहू द्वारा प्रताड़ित किए जाने पर दिल्ली हाईकोर्ट में मदद की गुहार लगाई। इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने पुलिस को यह निर्देश दिया है कि बुजुर्ग व्यक्ति के घर से उनके बेटे बहू को 30 दिन के अंदर बाहर निकाल दिया जाए। जस्टिस सचिन दत्ता की बेंच ने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली जिले के DCP को इसके निर्देश दिए।
जानकारी के मुताबिक, बेटे और बहू मिलकर बुजुर्ग को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहे थे। कोर्ट ने कहा कि बुजुर्ग की पीड़ा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसे शौच के लिए भी तरसना पड़ता है। कोर्ट में बताया गया कि बुजुर्ग के बेटे-बहू शौचालय में ताला लगा देते हैं, जिसके चलते शौच के लिए उन्हें भटकना पड़ता है।
कोर्ट ने क्या कहा?
हाईकोर्ट ने इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक व्यक्ति सारी उम्र मेहनत कर एक आशियाना बनाता है। इसके बाद वह सोचता है कि जीवन के आखिरी पलों में सुकून से जीयेगा, लेकिन अगर खुद की औलाद क्रूर बन जाए, तो उसके जीवन के आखिरी पलों की शांति खत्म हो जाती है। कोर्ट ने कहा कि कानून को ऐसे बुजुर्गों के साथ खड़ा होना होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2017 में बुजुर्ग ने पहली बार दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने पारिवारिक मामले का हवाला देते हुए कार्रवाई करने से मना कर दिया था। फिर बुजुर्ग शख्स को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। इसके बाद उन्हें काफी समय तक सीनियर सिटीजन ट्रिब्यूनल, जिला अदालत और हाईकोर्ट के चक्कर लगाने पड़े। कोर्ट ने कहा कि उनको तुरंत राहत दी जानी चाहिए।
बुजुर्ग ने सुनाई आपबीती
पीड़ित बुजुर्ग शख्स ने बताया कि उनके बेटे और बहू ने मिलकर पूरे घर पर कब्जा कर लिया है। वे दोनों उनके कमरे से कीमती सामान निकाल कर ले जाते हैं। रोजाना बाथरूम के दरवाजे पर ताला लगा देते हैं, जिसकी वजह से वह अपने ही घर में शौच नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा कई बार उनके बेटे-बहू कमरे पर भी ताला लगा देते हैं। जानकारी के मुताबिक, उनके साथ मारपीट भी की जाती है। बता दें कि उनका इकलौता बेटा है, इसके बावजूद वह उनके ध्यान नहीं रख रहा है।
