Gurugram Delhi Airport Tunnel: दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ने वाली यशोभूमि-IGI एयरपोर्ट टनल पर अब 24 घंटे ट्रायल रन शुरू

दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ने वाली यशोभूमि-IGI एयरपोर्ट टनल पर अब 24 घंटे ट्रायल रन शुरू
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दिल्ली एयरपोर्ट टनल की 24 घंटे हुई शुरुआत। 

दिल्ली और गुरुग्राम के बीच एयरपोर्ट टनल का ट्रायल रन अब 12 से बढ़ाकर 24 घंटे कर दिया गया है। यानी अब इसके नियमित रूप से जल्द खोलने की संभावना बढ़ गई है। इस टनल से करीब 30 मिनट तक समय की बचत हो रही है।

Gurugram Delhi Airport Tunnel : दिल्ली और एनसीआर के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ने वाली यशोभूमि-IGI एयरपोर्ट टनल पर अब 24 घंटे ट्रायल रन की शुरुआत हो चुकी है। अब तक यह टनल केवल सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक ही ट्रायल के लिए खुली थी, लेकिन अब इसे लगातार ट्रैफिक मूवमेंट के लिए खोला गया है। इस नई पहल से दिल्ली एयरपोर्ट, द्वारका और एनएच-48 पर ट्रैफिक की रफ्तार बढ़ेगी और जाम की समस्या में काफी हद तक कमी आने की संभावना है।

समय में होगी 20 से 30 मिनट की बचत

इस टनल के शुरू होने से गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद से दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचना अब ज्यादा सुविधाजनक हो गया है। पहले जहां द्वारका से एयरपोर्ट जाने के लिए महिपालपुर कट पर भारी ट्रैफिक से जूझना पड़ता था, वहीं अब यह टनल वैकल्पिक और निर्बाध रास्ता बनकर उभरेगी। अनुमान है कि टनल खुलने के बाद सफर में 20 से 30 मिनट तक की बचत हो सकती है।

उत्तर हरियाणा और पंजाब की ओर से आने वालों को भी फायदा

टनल की खास बात यह है कि यह केवल दिल्ली और गुरुग्राम तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका फायदा उत्तर हरियाणा और पंजाब के यात्रियों को भी मिलेगा। अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) के जरिये सोनीपत, बहादुरगढ़ और सिंधू बॉर्डर से आने वाले वाहन अब सीधे एयरपोर्ट और गुरुग्राम पहुंच सकेंगे, बिना किसी ट्रैफिक जाम में फंसे। यह नई व्यवस्था दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे को भी बेहतर तरीके से जोड़ेगी।

इन्फ्रास्ट्रक्चर में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा तैयार की गई यह टनल न केवल तेज ट्रैफिक के लिए बनाई गई है, बल्कि इसमें सुरक्षा और सुविधा दोनों का खास ध्यान रखा गया है। टनल में वेंटिलेशन सिस्टम, फायर सेफ्टी, सीसीटीवी निगरानी, कंट्रोल रूम और आपात निकासी मार्ग जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। एलईडी लाइटिंग और जल निकासी की उन्नत व्यवस्था इसे हर मौसम में सुचारु रूप से चालू रखेगी। मोबाइल नेटवर्क निर्बाध रूप से चलाने के लिए भी काम किया जा रहा है।

30 जून तक ट्रायल, 1 जुलाई से खुलने की उम्मीद

फिलहाल यह टनल ट्रायल मोड में है और 30 जून तक इसका परीक्षण जारी रहेगा। इसके बाद 1 जुलाई से इसे आम लोगों के लिए स्थायी रूप से खोलने की योजना है। माना जा रहा है कि इस टनल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं।

ट्रैफिक और प्रदूषण में कमी की उम्मीद

नई टनल के शुरू होने से दिल्ली-NCR में ट्रैफिक का बोझ घटेगा। यह प्रोजेक्ट केवल समय की बचत ही नहीं करेगा, बल्कि ईंधन की खपत कम होने से पर्यावरण पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। जाम में फंसे रहने की समस्या से निजात मिलने से ड्राइवरों का मानसिक तनाव भी घटेगा।

दो हिस्सों में 5.1 किलोमीटर है टनल

टनल के दो प्रमुख हिस्से हैं। टनल का एक हिस्सा 3.6 किलोमीटर लंबा है, जो द्वारका एक्सप्रेसवे को एयरपोर्ट से जोड़ता है। दूसरे हिस्से में 1.5 किलोमीटर लंबी दो लेन की टनल है, जो एक्सप्रेसवे को NH-48 से जोड़ती है, जो गुरुग्राम की तरफ जाती है।

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