Delhi Classroom Scam: क्लासरूम घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया से ACB ने पूछे 35 से ज्यादा सवाल, जानें क्या जवाब दिया ?

दिल्ली क्लासरूम घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया से पूछताछ।
Rs 2000 Crores School Classroom Scam: दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया की 2000 करोड़ रुपये के क्लासरूम घोटाला मामले में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की ओर से बीते दिन इस मामले को लेकर मनीष सिसोदिया से करीब 3 घंटे और 40 मिनट तक पूछताछ की गई है। इस दौरान ACB ने उनसे करीब 35 सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने कई सवालों पर जानकारी नहीं होने की बात कहकर टाल दिया। सूत्रों के अनुसार, सिसोदिया ने घोटाले की सारी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों पर डाल दी और कहा कि उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब-तलब किया था।
पहले भी हुई थी पूछताछ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ACB टीम मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के जवाबों से संतुष्ट नहीं है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ हो सकती है। बता दें कि इस मामले में दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारी पूछताछ में पहले ही कह चुके हैं कि सारे फैसले मंत्रियों के थे। मंत्रियों के निर्देश पर ही सारे काम किए थे।
ACB ने क्या सवाल किए?
ऐसा कहा जा रहा है कि ACB के अधिकारी जानना चाहते थे कि जब ₹1200 प्रति फीट के हिसाब से क्लासरूम बनाने का रेट तय हुआ था। निर्माण के लिए एक साल का समय तय किया गया था, तो ऐसे में निर्माण का रेट बढ़ा कर 2300 फीट क्यों किया गया और समय सीमा बढ़ाकर 5 साल क्यों कर दी गई? बढ़ी हुई दर से ही ठेकेदारों को भुगतान क्यों किया गया?
ऐसा भी सामने आ रहा है कि बिलों की भुगतान रसीद पर भी मंत्री के सिग्नेचर हैं। इससे पहले पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से भी मामले को लेकर पूछताछ की गई थी। उस दौरान भी घोटाले की सारी जिम्मेदारी अधिकारियों पर डाली गई थी।
ACB जारी करेगा नोटिस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारी का कहना है कि दोनों को फिर से पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। 2000 करोड़ रुपए के घोटाला मामले में मंत्रियों पर आरोप लगा है कि जिस कमरे को 5 लाख रुपये में बन जाना चाहिए था, उसे करीब 25 लाख रुपए का बताया गया। लागत ज्यादा होने की वजह से काम निर्धारित समय पर पूरा नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि काम का ठेका जिन ठेकेदारों को दिया गया, उनमें से ज्यादातर ठेकेदार आप पार्टी से जुड़े हुए थे। क्लासरूम घोटाला मामले की जांच अभी जारी है। बहुत जल्द दोनों मंत्रियों को नोटिस जारी करके पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
