Delhi Diwali: मजदूरों के साथ दिवाली मना रहे दिल्ली के मंत्री, कपिल मिश्रा ने बताई छठ तक की तैयारी

मंत्री कपिल मिश्रा।
Delhi Diwali: दिवाली का त्योहार है। दूर-दराज रह रहे लोग दिवाली के त्योहार पर अपने घर जाते हैं। हालांकि बहुत से लोग भीड़भाड़ के कारण अपने घर नहीं जा पाते। ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने मज़दूरों के साथ दिवाली मनाने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा, 'हम सभी ने तय किया कि दिवाली अपने मज़दूर भाई-बहनों के साथ मनाई जाए। कई मज़दूर भाई-बहन दिवाली मनाने के लिए अपने गांव जा चुके हैं, और कई अभी भी दिल्ली में हैं। आज सुबह से ही हम यहां निर्माण स्थल पर अपने मज़दूर भाई-बहनों और उनके परिवारों के साथ दिवाली मना रहे हैं। इनमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि श्रम मंत्रालय द्वारा इस प्रकार का आयोजन बड़े पैमाने पर बार-बार किया जाएगा। श्रम मंत्रालय के इतिहास में यह इस तरह का पहला आयोजन है। इतने सालों से दिल्ली में कई चीज़ों पर प्रतिबंध लगा हुआ था। दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। छठ पूजा के दौरान यमुना नदी के किनारे छठ पूजा करने पर प्रतिबंध था। सभी प्रतिबंधों को हटा दिया गया है।
मंत्री कपिल मिश्रा ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा क पिछली सरकार आस्था और उत्सवों के विरोध में थी। उसका झुकाव एक ही तरफ दिखाई देता था। हालांकि अब सरकार बदल गई है। हम अदालत गए थे और अदालत ने हमें पटाखे चलाने की अनुमति दे दी है। इस बार अदालत ने ग्रीन पटाखों की अनुमति दी है। दिल्लीवासी इस बार अनुशासन के साथ ग्रीन पटाखे फोड़ेंगे। जिस तरह पूरा देश और पूरी दुनिया दिवाली मनाती है, उसी तरह दिल्ली के लोगों को भी दिवाली मनाने का अधिकार दिया गया है।'
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली सरकार इस बार भव्य तरीके से दिवाली मना रही है। 18 और 19 अक्टूबर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर डेढ़ लाख दिए जलाने का फैसला लिया गया। बीते दिन दिल्ली सरकार ने कर्तव्य पथ पर अयोध्या की तर्ज पर दिवाली मनाई। इस दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने पहला दीपक जलाकर शुभारंभ किया। इसी तरह आज भी कर्तव्य पथ पर 1 लाख 51 हजार दीये जलाए जाएंगे।
