Delhi Road Projects: दिल्ली में सड़क प्रोजेक्ट पकड़ेंगे रफ्तार, पेड़ों को हटाने की मिली मंजूरी

Delhi Road Projects
Delhi Road Projects: सड़क परिवहन द्वारा क्षेत्र में बड़ी परियोजनाओं के बीच बाधा बन रहे पेड़ों को लेकर राहत मिली है। दरअसल, नंद नगरी-गगन सिनेमा फ्लाईओवर के बीच कुछ पेड़ आ रहे थे, जिनकी वजह से आगे की प्रक्रिया नहीं हो पा रही थी। हालांकि अब इन पेड़ों को हटाने की अनुमति के साथ-साथ आनंद विहार के बीच में बने फ्लाईओवर के पेड़ों को हटाने की भी मंजूरी मिल गई है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि इन पेड़ों को हटाने के बाद बारापुला फेज-तीन एलिवेटेड कॉरिडोर के बीच आ रहे पेड़ों का भी जल्द सफाया किया जाएगा। दिल्ली सरकार जिस तरह सड़क परियोजनाओं को लेकर काम में जुटी है। उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही बारापुला परियोजना को भी मंजूरी मिलने जाएगी। इसके बाद से योजना का काम तेजी से हो सकेगा। जितने पेड़ों को हटाए जाने की मंजूरी मिली है, उनकी एवज में लगाए जाने वाले पेड़ों के लिए अभी तक कोई स्थान सुनिश्चित नहीं किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि इन पेड़ों को यमुना, पुश्ता के अलावा गढ़ी मेढू में लगाया जा सकता है।
इन पेड़ों को हटाने से क्षेत्र में यातायात वाहनों की भीड़ से राहत मिलेगी। साथ ही कनेक्टिविटी बढ़ने की उम्मीद है। वन विभाग के निर्देशानुसार पीडब्ल्यूडी, इन हटाए गए पेड़ों को भी प्रत्यारोपित करने के लिए तैयार है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी, वन विभाग की मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार की वृक्ष प्रत्यारोपण नीति 2020 में बनी थी। ये एक ऐसा प्रावधान है जिसके तहत विकास कार्य के दौरान 80 प्रतिशत पेड़ों का प्रत्यारोपण अनिवार्य है। विकास परियोजनाओ के लिए पेड़ों के नुकसान की एवज में एक वृक्ष की जगह 10 पौधे लगाने का भी प्रविधान है। हालांकि कुछ पेड़ों को हटाने की अनुमति नहीं मिल सकी थी, जिसके कारण बारापुला एलिवेटेड कॅारिडोर के साथ नंद नगरी- गगन सिनेमा में दो-दो साल की देरी का सामना करना पड़ा।
वृक्ष प्रत्यारोपण नीति 2020 के तहत लोक निर्माण विभाग पेड़ रोपित करने के लिए तैयार है, लेकिन अब यह मामला अदालत तक पहुंच चुका है। इस पूरे मामले की निगरानी अदालत द्वारा बनाई गई समिति स्वयं कर रही है। दिल्ली में सरकार बदलने के बाद इस मामले में तेजी आई है, जिस कारण लोगों की उम्मीदें भी बढ़ी हैं।
दिल्ली सरकार ने बॉर्डर-आनंद विहार कॉरिडोर के बीच में आ रहे तीन पेड़ों को हटाने की मंजूरी दी है। इनमें से एक पेड़ सड़क के बीचो-बीच आ रहा है, जो आने-जाने वाले लोगों के लिए बेहद खतरनाक है। यह पेड़ किसी गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकता है। पीडब्ल्यूडी को वन एवं पर्यावरण विभाग के आदेश का इंतजार है। इसके बाद इसे ट्रांसप्लांट किया जाना है। जानकारी के मुताबिक, इन तीनों पेड़ों को यमुना खादर में ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। इसी के साथ वह 10 पौधे लगाने के लिए भी तैयार हैं।
