Delhi Flyovers: दिल्ली के फ्लाईओवर जल्द गंदगी से होंगे मुक्त, बनेंगे वॉकिंग ट्रैक

दिल्ली फ्लाईओवर अडॉप्शन पॉलिसी।
Delhi Flyovers: दिल्ली में अधिकतर फ्लाईओवर्स प्राइम लोकेशन पर हैं। हालांकि इन फ्लाईओवर्स के नीचे गंदगी, कूड़े और झुग्गियों का अंबार है। हालांकि दिल्ली सरकार जल्द इस अंबार को खत्म करने की तैयारी में है। दिल्ली के फ्लाईओवर्स को सजाने और संवारने की तैयारी चल रही है। इसमें बड़ी बात ये है कि इसके लिए दिल्ली सरकार को पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा क्योंकि ये पैसा प्राइवेट कंपनियां खर्च करेंगी।
जानकारी के अनुसार, पीडब्ल्यूडी के सभी फ्लाईओवर्स को नए कलेवर में सजाने-संवारने का काम निजी कंपनियों द्वारा दिए गए पैसों से किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी विभाग इसके लिए एक पॉलिसी भी तैयार कर रहा है। पॉलिसी के तहत निजी कंपनियां सीएसआर (कॉर्परिट सोशल रेस्पांसिबिलिटी) फंड देंगी। इसके बदले में उन्हें फ्लाईओवर्स पर एड लगाने की छूट मिलेगी।
दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के लगभग सभी फ्लाईओवर्स प्राइम लोकेशन पर हैं। इनमें से कुल 102 फ्लाईओवर दिल्ली पीडब्ल्यूडी के पास हैं। इन फ्लाईओवर्स को निजी कंपनियां अडॉप्ट करेंगी। इस पॉलिसी को फ्लाईओवर अडॉप्शन पॉलिसी का नाम दिया जाएगा। फ्लाईओवर्स के हालात जानने के लिए मार्च में डिटेल स्टडी कराई गई थी। इस स्टडी के दौरान जानकारी मिली कि लगभग 37 फ्लाईओवर के नीचे भयंकर अतिक्रमण है।
कुछ फ्लाईओवर्स के नीचे लोगों ने अस्थाई झुग्गियां बना ली हैं। रात में लोग इन फ्लाईओवर्स के नीचे सोते हैं। 20 फ्लाईओवर्स तो ऐसे हैं, जिनके नीचे कूड़ा घर बन गया है। यहां से गुजरने वाले लोग बदबू से परेशान हो जाते हैं। 60 फीसदी से ज्यादा फ्लाईओवर्स पर धूल जमी हुई है। इन सब चीजों को देखते हुए दिल्ली के फ्लाईओवर्स के कायाकल्प के लिए फ्लाईओवर अडॉप्शन पॉलिसी तैयार करने की योजना बनाई जा रही है।
फ्लाईओवर्स के सौंदर्यीकरण के लिए पैसे निजी कंपनियां लगाएंगी। हालांकि काम पीडब्ल्यूडी ही करेगी। अडॉप्शन पॉलिसी में सभी 102 फ्लाईओवर्स को शामिल किया जाएगा। फ्लाईओवर्स का काम पूरा होने के बाद इस पॉलिसी के तहत PWD के सभी सब-वे का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, सौंदर्यीकरण प्लान के तहत जिस फ्लाईओवर के नीचे ज्यादा स्पेस होगा, वहां वॉकिंग ट्रैक, बैडमिंटन कोर्ट आदि बनाए जा सकते हैं। सभी फ्लाईओवर के नीचे ग्रीन एरिया बनाया जाएगा, जहां फूल और पौधे लगाए जाएंगे।
