Delhi Flood: दिल्ली के कई इलाके बाढ़ प्रभावित, यमुना का रौद्र रूप देख लोगों ने छोड़ा घर-कारोबार

Delhi flood Yamuna affected areas
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मंत्री प्रवेश वर्मा ने यमुना जलस्तर का लिया जायजा 

मानसून आने पर यमुना से सटे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनने लगती है। इस बार भी कई इलाकों में यमुना का पानी घुस चुका है। देखिये ताजा हालात...

दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यमुना बाजार समेत तटीय इलाके जलमग्न होने से लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाकों में लोगों ने घर-कारोबार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचना शुरू कर दिया है। वहीं, यमुना के विकराल रूप को देखते हुए दिल्ली सरकार ने भी स्थिति पर नजर बना रखी है। इसी कड़ी में मंत्री प्रवेश वर्मा आज आईटीओ बैराज पहुंचे, जहां उन्होंने बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।

इस दौरान प्रवेश वर्मा ने कहा कि यमुना का जलस्तर इस समय 206.8 दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि अगर जलस्तर 209 तक पहुंचा तो भी पानी में दिल्ली नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि इस पर नियंत्रण करना हमारा काम है। हालांकि हमें नहीं लगता कि ऐसी स्थिति नहीं आएगी। हमें पूरा भरोसा है कि आज शाम से जलस्तर कम होना शुरू हो जाएगा। उन्होंने दिल्ली के लोगों को बाढ़ से न घबराने की अपील की। कहा कि हमने पिछले छह महीनों में यमुना नदी की जलधारण क्षमता बढ़ा दी है। सभी सुरक्षित हैं।

ओखला बैराज के सभी गेट खोले गए

उधर, ओखला बैराज के सभी गेट खोले जा चुके हैं ताकि राजधानी को बाढ़ की समस्या झेलनी न पड़े। बुधवार सुबह ओखला बैराज से 1.65 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि जिस तरह से बारिश हो रही है, उसके चलते यमुना के पानी का कश्मीरी गेट तक पहुंचने की आशंका भी बनी है।

दिल्ली के ये इलाके प्रभावित

यमुना का पानी यमुना सदर बाजार और आसपास के इलाकों में घुस चुका है। पुराने उस्मानपुर और पुराने गढ़ी मेंडू गांव के लोगों को भी दिक्कतें आ रही हैं। यही नहीं, मवेशी और अन्य जानवरों भी प्रभावित हुए हैं। यमुना से सटे इन दोनों गांवों में कई लोग पलायन करने को विवश हो गए हैं।

एक स्थानीय निवासी ने बताया कि यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कई घरों में पानी घुसने से खासी दिक्कतें हैं। उन्होंने बताया कि हमारे गांव में करीब 2500 लोग रहते हैं। हमें दो दिन पहले घर खाली करने का आदेश दिया गया था। हमने अपने मवेशियों के साथ घर छोड़ दिया है। फिलहाल हम राहत शिविर में रह रहे हैं।

गुरुग्राम-फरीदाबाद में भी हालात बेकाबू

उधर, बारिश के चलते गुरुग्राम में भी जगह-जगह भारी जलभराव की स्थिति देखी गई है। सिग्नेचर टावर चौक के अंडरपास पर भी लीकेज के चलते राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उधर, फरीदाबाद के 27 गांवों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारी मुनादी कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए अपील कर रहे हैं।

मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में फिलहाल यमुना के जलस्तर का कम होना फिलहाल असंभव दिख रहा है।

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