Delhi Flood: दिल्ली में बाढ़ के लिए हरियाणा सरकार जिम्मेदार! सौरभ भारद्वाज ने याद दिलाई 2023 की बात

आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज।
Delhi Flood: दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। मंगलवार को यमुना नदी का जलस्तर 205.80 मीटर से ऊपर पहुंच गया। यही वजह है कि दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिस वजह से लोगों में डर का माहौल है। ऐसी स्थिति में आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में बाढ़ की समस्या को लेकर हरियाणा सरकार पर हमला बोला है। 'आप' नेता ने कहा, 'मुझे नहीं लगता दिल्ली के अंदर किसी तरह की बाढ़ का खतरा है। दिल्ली में बाढ़ दो ही कारणों से आ सकती है।' पहला कारण हो सकता है कि अगर हरियाणा सरकार बिना बताए ज्यादा पानी छोड़ दे या फिर हरियाणा सरकार का दिल्ली में जो बैराज है, उसके गेट बंद हों।
2023 में क्यों आई थी बाढ़?
दरअसल, साल 2023 में हरियाणा सरकार ने बहुत सारा पानी छोड़ा था, लेकिन उस समय दिल्ली में हरियाणा सरकार का जो आईटीओ बैराज था, उसके गेट बंद थे। इसकी वजह से दिल्ली में बाढ़ की समस्या हुई। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा और केंद्र सरकार की रिपोर्ट में पता चला था कि दिल्ली में पानी छोड़ दिया गया था, लेकिन पानी निकलने के लिए आईटीओ बैराज के फाटक नहीं खोले गए।
'आप' नेता ने कहा कि साल 2023 में दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार पर दबाव बनाकर गैस कटर से गेट कटवा दिए थे। उन्होंने कहा कि अभी पता नहीं क्या दिक्कत है। उन्होंने कहा कि सरकार को दिल्ली के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने की व्यवस्था करनी चाहिए।
नोएडा में भी बाढ़ का खतरा
बता दें कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा हुआ है, जिसके कारण यमुना नदी के आसपास के लगभग 100 से ज्यादा इलाकों में बाढ़ का खतरा है। इसके साथ ही नोएडा में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। नोएडा के सेक्टर 128 के असगरपुर गांव के निचले इलाके में पानी भर गया है। इस गांव में गुलाब की खेती करने वाले किसानों की झुग्गियां डूब गई हैं। सोमवार रात को लोगों को सुरक्षित जगह भेजा गया। इसके अलावा जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। नोएडा अथॉरिटी ने देर रात तक गौशाला से 800 गौवंश और मवेशियों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया है।
