Delhi Ansal Plaza Mall: वीरान हुआ दिल्ली का पहला शॉपिंग मॉल, कभी बच्चों और बड़ों का लगता था जमावड़ा

दिल्ली का पहला अंसल प्लाजा मॉल
Delhi Mall: आप अक्सर शॉपिंग करने के लिए और घूमने के लिए अलग-अलग मॉल में आए दिन जाते होंगे। दिल्ली-एनसीआर की चकाचौंध के बीच इन दिनों 100 से ज्यादा मॉल मौजूद हैं। वहीं कुछ मॉल ऐसे भी हैं, जो बंद होने की कगार पर हैं। ऐसा ही एक मॉल दक्षिणी दिल्ली में है, जो दिल्ली का पहला और देश का तीसरा शॉपिंग मॉल रहा है। ये मॉल दक्षिणी दिल्ली में स्थित अंसल प्लाजा है। दिल्ली की चहल-पहल और शोरगुल वाली जगह पर बना अंसल प्लाजा मॉल अब वीरान हो चुका है। इसका भविष्य अपने सुनहरे दिनों की यादों में सिमटकर रह गया है।
अंसल प्लाजा मॉल दिल्ली का सबसे पहला और पुराना मॉल है। 35 एकड़ में फैला यह मॉल दिल्ली के सबसे बड़े मॉल्स में से एक है। यह दिल्ली की शान और सांस्कृतिक आकर्षण का केंद्र हुआ करता था। इसे गोलाकार डिजाइन में बनाया गया था। 90 के दशक के अंत में बनाया गया ये मॉल कभी दिल्ली की आधुनिकता की पहचान हुआ करता था। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर भारत में खुलने वाला यह पहला मॉल था। यहां लोग अपने परिवार, बच्चों और मित्रजनों के साथ घूमने आते थे। इतना ही नहीं यहां पर प्रेमी जोड़े भी टाइम स्पेंड करने आते थे। लोगों के लिए यहां आना किसी उत्सव से कम नहीं होता था, परन्तु आज इस मॉल की रौनक कहीं खो सी गई है।
अंसल प्लाजा मॉल की हालत अब खराब हो चुकी है। इसके एस्केलेटर टूटी-फूटी स्थिति में दिखाई देते हैं और इसकी छतों से पानी टपकता हुआ नजर आता है। इसकी गलियों में सन्नाटा पसरा होता है। कॉलेज के कुछ छात्र और कपल इसके आस-पास कभी-कभार नजर आ जाते हैं। इस मॉल में कभी मैकडॉनल्डस की लम्बी कतारें लगा करती थीं, बच्चे यहां की खुली हवा में मौज-मस्ती करते थे। इसके तीन मंजिला शॉपर्स स्टॉप पर जगह मिलना मुश्किल होता था। कपल्स तो आइसक्रीम कोन या क्रिस्पी कॉर्न कप लिए अक्सर एम्फीथिएटर की सीढ़ियों पर बैठे दिखाई पड़ते थे।
1999 में मॉल संस्कृति की शुरुआत में ही अंसल प्लाजा मॉल का निर्माण हुआ था। इसका एम्फीथिएटर कॉन्सर्ट्स लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र था। इसके अंदर कांच की लिफ्ट बनाई गई थी, जिसे देखना बच्चों के लिए आश्चर्यजनक हुआ करता था। पिज्जा हट, मार्क्स एंड स्पेंसर जैसे ब्रांड्स ने इस मॉल को लोगों का पसंदीदा ठिकाना बना दिया था।
इस मॉल को दोबारा से उठाने की कई कोशिशें की गई थीं, परन्तु हर कोशिश नाकाम रही। ठीक से रखरखाव न होने और खराब प्रबंधन के साथ कोविड-19 ने सारी बची-खुची उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पहले यहां लोग रील्स बनाने और खरीदारी करने के लिए आते थे, लेकिन मॉल में खाने-पीने और खरीदारी के बेहतर विकल्प ना होने कारण लोगों का आना कम हो गया। धीरे-धीरे यहां से कई बड़े ब्रांड शिफ्ट होने शुरू हो गए। वर्तमान में इस मॉल की ज्यादातर दुकानें बंद पड़ी रहती हैं और लोग कभी-कभार ही यहां जाते हैं।
