Cyber Crime: कैब कंपनी के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 5000 लोगों का डेटा बरामद

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़।
Cyber Crime: दिल्ली की साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने एक फर्जी कंपनी का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी ऐप बेस्ड कैब राइडर के तौर पर ज्यादा कमाई और बोनस का झांसा देकर जरूरतमंदों के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। डिस्ट्रिक्ट की साइबर सेल ने छापेमारी के दौरान संचालकों समेत 20 कर्मचारियों को हिरासत में लिया। आरोपी लंबे समय से बदरपुर इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे।
इस दौरान पुलिस को लगभग 5000 लोगों का डेटा जब्त किया है। इसके अलावा 7 मोबाइल फोन और कुछ नोटबुक बरामद की हैं। इस संस्था से जुड़ी दो शिकायतें एनसीआरपी पोर्टल पर मिल चुकी हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली साइबर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि बदरपुर के ताजपुर पहाड़ी रोड की एक बिल्डिंग में उबर राइडर ऑनलाइन जॉब स्कैम से संबंधित एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है।
18 नवंबर को सूचना को पुख्ता कर पुलिस ने एक बिल्डिंग में छापेमारी की। पुलिस ने पाया कि यहां पर एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। ऑफिस में बनाए गए अलग अलग केबिनों में लगभग 20 कर्मचारी काम कर रहे थे। जांच में पता चला कि 24 वर्षीय सिद्धार्थ चौधरी इस कॉल सेंटर को चला रहा था। उसके साथ सिप्पी कुमारी और शिल्पा नाम की युवती भी संचालक की भूमिका निभा रही थीं।
ये तीनों लोग ही कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारियों को दिशा निर्देश देते थे। पुलिस टीम ने वहां काम कर रहे अमन, फरदीन खान, आंचल, अंशु, प्रिया, अंजुम, प्रीति सिंह, मीनाक्षी, सीमा, पिंकी वर्मा, माही मिश्रा, प्रीति, कोमल, मीनाक्षी, आराधना सहित 17 टेलीकॉलर को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। ये टेलीकॉलर फोन कर इच्छुक लोगों को बताते थे कि पार्ट टाइम 4 घंटे काम करने पर उन्हें 800 रुपए दिए जाएंगे। वहीं 8 घंटे तक काम करने पर उन्हें 1500 रुपये तक मिलेंगे। इसके अलावा 30 से 50 राइड करने पर उन्हें 3-5 हजार का अतिरिक्त बोनस और 5 रुपये किलोमीटर के हिसाब से पेट्रोल अलाउंस भी मिलेगा। आरोपी उबर के दस्तावेज पुलिस को नहीं दे सके।
