Delhi Blast: दिल्ली धमाके का बुरहान वानी से कनेक्शन,आतंकवादी की हत्या का बदला लेना चाहता था उमर

उमर नबी का आतंकवादी बुरहान वानी से कनेक्शन।
Delhi Blast: दिल्ली में 10 नवंबर को एक बड़ा कार धमाका हुआ, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई। वहीं लगभग 2 दर्जन लोग घायल हो गए। इस मामले में रोजाना नए खुलासे होते रहते हैं। इसी कड़ी में एक नया खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सूत्रों से पता चला है कि लाल किले के पास कार बम ब्लास्ट करने वाला सुसाइड बॉम्बर उमर उन नबी खुद को 'अमीर' कहता था। वो कथित तौर पर आतंकवादी बुरहान वानी की हत्या का बदला लेना चाहता था। बता दें कि आतंकवादी बुरहान वानी को भारतीय सेना ने साल 2016 में मार गिराया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फ़रीदाबाद की अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुज़म्मिल शकील ने सुसाइड बॉम्बर उमर उन नबी को 'अमीर' शब्द दिया था। वहीं ये भी बताया गया है कि मुज़म्मिल को जैश-ए-मोहम्मद के मुख्य कॉन्टैक्ट मौलवी इरफ़ान अहमद ने सबसे पहले टेरर मॉड्यूल में भर्ती किया था।
बता दें कि फरीदाबाद के अल-फलाह से जुड़े 'व्हाइट-कॉलर' मॉड्यूल के कई संदिग्ध टेररिस्ट्स को पकड़ा गया। इन लोगों से पूछताछ के दौरान जांचकर्ताओं ने बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक जानकारी इकट्ठा की है। जांचकर्ताओं के मुताबिक, शकील ने जांच करने वालों को बताया कि उमर उन नबी के रुतबे और अनुभव के मुकाबले वह खुद को 'सिर्फ़ एक मज़दूर' समझता था। पता चला है कि आतंकवादियों ने अपने प्लान का नाम 'ऑपरेशन अमीर' रखा था। इसमें उमर उन नबी को उनका पॉइंट मैन यानी सुसाइड बॉम्बर बनाया गया था।
जांचकर्ताओं ने शकील से पूछताछ करते हुए बताया कि उमर उन नबी नौ भाषाएं बोल सकता था। वो व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल का सबसे पढ़ा-लिखा और समझदार सदस्य था। शकील कहता था कि वो आसानी से न्यूक्लियर साइंटिस्ट बन सकता था। जांच कर्ताओं के मुताबिक, शकील ने कहा, 'हम उसका विरोध नहीं कर सके। उसकी बातें फैक्ट्स और रिसर्च से भरी होती थीं। वह हमेशा खुद को ‘अमीर’ कहता था और ज़्यादा बात नहीं करता था। आखिर तक, वह कहता रहा कि ये केवल धर्म से जुड़ा था, बाकी किसी से नहीं।
