दिल्ली के बिजनेसमैन ने सुलझाई पहेली: सैलरी 30 लाख से ज्यादा, नहीं मिल रहा लाइफ पार्टनर, वजह सिर्फ एक

relationship tips for men
X

दिल्ली एनसीआर के बिजनेसमैन ने लाइफ पार्टनर न मिलने की बड़ी वजह बताई।

दिल्ली के बिजनेसमैन आयुष्मान कपूर का कहना है कि लाइफ पार्टनर न मिलने की एक बड़ी वजह होती है। अगर इसे दूर कर लिया तो सिंगल से मिंगल होने में देरी नहीं होगी।

Relationship Tips: दिल्ली एनसीआर के एक बिजनेसमैन ने अच्छी कमाई के बावजूद लाइफ पार्टनर न मिलने की बड़ी वजह सोशल मीडिया पर साझा की है। द डेट क्रू के संस्थापक आयुष्मान कपूर ने लिंक्डइन में एक पोस्ट लिखकर बताया है कि अच्छी शिक्षा, अच्छी कंपनी में नौकरी होने के बावजूद कई लड़के लाइफ पार्टनर तलाशने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। उन्होंने इसके पीछे सबसे बड़ी वजह बताई है। उनका कहना है कि अगर इस एक वजह को दूर कर लिया जाए तो उन्हें 'सिंगल से मिंगल' होने में परेशानी नहीं आएगी।

बिजनेसमैन आयुष्मान कपूर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि एक युवक की उम्र 32 साल है, जो सालाना 30 लाख रुपये से अधिक कमाता है। उसने कॉलेज से इंजीनियर और एमबीए की और अच्छी नौकरी करता है। वो शादी के लिए भी तैयार है, लेकिन अभी भी सिंगल है। जब उससे इसका कारण पूछा तो उसने कहा कि मैं कुछ लड़कियों से मिला हूं, लेकिन कुछ भी पसंद नहीं आया। इन ऑनलाइन पोर्टल पर लड़कियों का इंटरेस्ट पाना मुश्किल है। जब उस युवक से पूछा कि जिनसे तुम मिले हो, उनका क्या हुआ। तो युवक ने कहा कि शुरुआती डेट्स में कुछ खास नहीं हुआ। आखिरकार सब खत्म हो गया।

बिजनेसमैन आयुष्मान कपूर ने कहा कि ठीक है, यह एक ऐसा पैटर्न है, जो हम अक्सर देखते हैं। एक दूसरे का रुचि न लेना, बातचीत में जोश पैदा न कर पाना। लेकिन यह सिर्फ खराब प्रोफाइल या अजीब बातचीत की बात नहीं है। यह उससे भी गहरा है। उन्होंने आगे समझाते हुए कहा कि मैंने उस युवक से पूछा कि क्या तुमने इस बारे में विस्तार से बात की या मदद ली? इस पर जवाब मिला कि ज्यादा नहीं, बस एक दोस्त से बात की, काफी रिसर्च की। मैं कमजोर नहीं दिखना चाहता, यह निजी मामला है।

आयुष्मान कपूर ने आगे लिखा कि यह सुनते ही असली समस्या सामने आ गई। यह असली समस्या पुरुष अहंकार है। वही अहंकार जो हमें मदद मांगने से रोकता है। वही अहंकार जो कहता है, तुम्हे खुद ही इसका हल निकालना चाहिए। हम 20 यूट्यूब वीडियो देखेंगे, ChatGPT से पूछेंगे, Reddit थ्रेडस स्क्रॉल करेंगे, लेकिन हम असली मदद नहीं मांगेंगे। क्योंकि हमें लगता है कि हमें खुद ही इसका हल निकालना है। उन्होंने कहा कि मैंने साफ तौर पर देखा है कि मदद पाने की बात आने पर महिलाएं खुली, जिज्ञासु और सक्रिय होती हैं। अगर अब तक यह काम नहीं किया, तो शायद अहंकार छोड़ने का वक्त आ गया है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story