Bird Flu: दिल्ली में H5N1 वायरस का खतरा... Zoo में 12 पक्षियों की मौत, जानिए कितना खतरनाक?

दिल्ली में बर्ड फ्लू का खतरा।
Bird Flu In Delhi: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर 'बर्ड फ्लू' का खतरा बढ़ने लगा है। दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बर्ड फ्लू वायरस से 12 पक्षियों की मौत हो गई। इसके कारण चिड़ियाघर को बंद कर दिया है। प्रशासन जैव-सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के साथ निगरानी बढ़ा दी है। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (बर्ड फ्लू) की पुष्टि होने के बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू किया गया। साथ ही पूरे परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है।
हर दिन दो बार पूरे परिसर का सर्वे किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर बाड़, तालाबों और चारगाहों की सफाई करने के साथ कीटाणु नाशक का छिड़काव किया जा रहा है। दिल्ली चिड़ियाघर में H5N1 वायरस फैलने के बाद लोगों को इसका डर सताने लगा। इसी बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने इस वायरस को लेकर अपडेट दिया है।
उन्होंने कहा कि इस वायरस से किसी को घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
'स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार'
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने कहा कि दिल्ली में लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि अगर चाहें, तो एहतियात के तौर पर कुछ दिनों के लिए मांसाहारी भोजन से परहेज कर सकते हैं।
VIDEO | Delhi: Health Minister Pankaj Kumar Singh (@drpankajbjp) shares an update on bird flu after two painted storks were found infected with the H5N1 virus.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 1, 2025
He says, "There is no need for people in Delhi to panic. The Health Ministry is fully prepared, and as a precaution,… pic.twitter.com/Skgomj6lvy
सीसीटीवी के जरिए हो रही निगरानी
दिल्ली के चिड़ियाघर में सीसीटीवी कैमरों की मदद से सभी जानवरों के स्वास्थ्य पर बारीकी से निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने कर्मचारियों को दस्ताने, मास्क के साथ ही प्रोटेक्टिव सूट और जूतों उपलब्ध कराए हैं, जिससे वायरस के फैलने का खतरा न हो। इस वायरस के खतरे को देखते हुए चिड़ियाघर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, अभी तक कुल 12 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इनमें 6 पेंटेड स्टॉर्क और 2 ब्लैक-नेक्ड इबिस की मौत पानी के बाड़े में हुई। इसके अलावा तालाबों में 4 प्रवासी पेंटेड स्टॉर्क की मौत हुई है। वहीं, 3 पेंटेड स्टॉर्क (ढोक) और काली गर्दन वाले एक आइबिस पक्षी बाकी जानवरों से अलग रखकर इलाज किया जा रहा है।
बर्ड फ्लू कितना खतरनाक?
बता दें कि बर्ड फ्लू आमतौर पर पक्षियों या जानवरों से फैलता है। हालांकि यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है, लेकिन इसके कम मामले देखने को मिले हैं। यह वायरस इंसानों में बर्ड फ्लू संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से होता है। खासकर, जो लोग मुर्गी पालन, पानी के पक्षियों की देखरेख और डेयरी गायों के साथ काम करते हैं, उन लोगों में बर्ड फ्लू का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा जानवरों का मांस खाने वाले लोगों में भी यह वायरस फैलने की संभावना होती है। हालांकि अगर आप अच्छी तरह पकाए गए मुर्गे या अंडे खाते हैं, तो आपको बर्ड फ्लू नहीं होगा।
अगर किसी वजह से आपको बर्ड फ्लू हो जाता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए, क्योंकि यह वायरस आपके के लिए जानलेवा हो सकता है। ज्यादातर मामलों में लोगों की मौत हो जाती है। इंसानों में बर्ड फ्लू का डेथ रेट आधे से ज्यादा है। इसका मतलब है कि अगर 100 लोगों को बर्ड फ्लू होता है, उसमें से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है।
