Big Fraud: दिल्ली में बड़ा फ्रॉड...100 से ज्यादा महिलाओं से ठगी करने वाला अफ्रीकी गिरफ्तार

दिल्ली में 100 से ज्यादा महिलाओं से ठगी करने वाला गिरफ्तार।
Delhi Fraud: राजधानी दिल्ली में बड़े साइबर फ्रॉड का खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस मे तिलक नगर इलाके से एक अफ्रीकी नागरिक को गिरफ्तार किया है। वह अभी तक 100 से ज्यादा महिलाओं को अपने जाल में फंसाकर ठगी कर चुका है। आरोपी ने सोशल मीडिया ऐप 'Hello Talk' पर खुद का फर्जी प्रोफाइल बनाया। वह खुद को ब्रिटेन में रहने वाला कोरियाई बिजनसमैन बताता था। पुलिस ने आरोपी को उसके किराये के मकान से गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान नाइजीरियाई नागरिक स्टीफन उर्फ के सी डोमिनिक के रूप में की गई है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी जिस ऐप का इस्तेमाल करता था, वह उसके जरिए दुनिया भर की सभी भाषाओं को सीखने में मदद करता है। आरोपी ऐप का इस्तेमाल कर अविवाहित महिलाओं को निशाना बनाता था। पहले वह महिलाओं का भरोसा जीतता था, फिर झूठा दावा करता था। पुलिस के अनुसार, महिलाओं को जाल में फंसाने के लिए आरोपी दावा करता था कि उसका इमिग्रेशन में बड़ी रकम के चेक या दस्तावेजों के साथ फंसा हुआ है, जिनका क्लीयरेंस होना बाकी है।
कैसे करता था ठगी?
पुलिस के अनुसार, पहले आरोपी महिलाओं से बातचीत करके उनका भरोसा जीतता था। इसके बाद वह मुंबई एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन अफसरों द्वारा रोके जाने का बहाना बनाता था। फिर उसके साथी सरकारी अधिकारी बनकर महिलाओं को कॉल करते थे और कागजी कार्रवाई को क्लियर करने के लिए पैसे की मांग करते थे। इस तरह महिलाओं से ठगी की जाती थी।
डीसीपी (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने बताया कि आरोपी डोमिनिक ने ऐप पर 'डक यंग' नाम से प्रोफाइल बनाया था, जिसमें वह खुद को कोरियाई आभूषण कारोबारी बताता था। वह अविवाहित महिलाओं को व्यक्तिगत संबंधों और बिजनेस पार्टनरशिप का झूठा लालच देकर अपना शिकार बनाता था।
कैसे हुआ खुलासा?
इस ठगी का खुलासा तब हुआ, जब अंजलि नाम की महिला ने पुलिस को शिकायत दी। महिला खुद ठगी का शिकार हो गई थी। 24 सितंबर को पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि वह 'Hello Talk' ऐप के जरिए 'डक यंग' नाम के शख्स से जुड़ी। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने खुद को लंदन में बसे कोरियन ज्वेलरी व्यापारी के तौर पर पेश किया।
पहले उसने महिला का भरोसा जीता, फिर झूठा नाटक किया। शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपी ने उसे बताया कि उसे मुंबई एयरपोर्ट पर मेडिकल कार्ड न होने की वजह से इमिग्रेशन अफसरों ने रोक लिया है। इसके बाद पीड़ित को दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल आया। कॉल करने वाले लोगों ने खुद को इमिग्रेशन अधिकारी बताया और क्लीयरेंस के नाम पर पैसे मांगे।
पीड़ित महिला ने भरोसा कर 48,500 रुपये यूपीआई के जरिए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद फिर से उससे 2 लाख रुपये की मांग की, जिसके बाद उसे शक हुआ। ठगी का पता चलने के बाद महिला ने पुलिस को शिकायत दी।
100 से ज्यादा महिलाओं को बनाया शिकार
शिकायत मिलने पर पुलिस ने स्पेशल टीम बनाई। तकनीकी जांच करने और मोबाइल का डाटा खंगालने के बाद पुलिस ने आरोपी को डोमिनिक तिलक नगर से गिरफ्तार कर लिया। जांच में पुलिस ने उसके मोबाइल में ऐप पर फर्जी प्रोफाइल और 100 से ज्यादा महिलाओं से चैट के सबूत मिले। इन सभी महिलाओं को आरोपी ने अपने जाल में फंसाया था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी नाइजीरिया का रहने वाला है। साल 2019 में वह आइवरी कोस्ट से पासपोर्ट बनवाकर भारत का वीजा लेकर आया था। उसकी वीजा खत्म हो गया था, जिसके बाद वह अवैध रूप से भारत में रह रहा था। आरोपी ने अपना खर्च निकालने के लिए ठगी का रास्ता अपनाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
