Delhi Air Pollution: दिवाली से पहले दिल्ली का AQI 400 के पार, अब कृत्रिम बारिश से आस?

दिल्ली में 19 अक्टूबर को कुछ स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार।
दिल्ली में धनतेरस के बाद प्रदूषण का स्तर खतरे के लाल निशान से ऊपर चला गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर नजर डालें तो राजधानी के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। आनंद विहार में सर्वाधिक प्रदूषण पाया गया, जहां AQI 430 दर्ज हुआ।
अक्षरधाम में एक्यूआई 426, अशोक विहार में 306, बवाना में 309 में एक्यूआई लेवल 309 दर्ज हुआ है। जहांगीरपुरी की बात करें तो एक्यूआई 318, द्वारका के सेक्टर 8 का एक्यूआई 341 दर्ज हुआ। यही नहीं, चांदनी चौक, आईजीआई एयरपोर्ट और आईटीओ के पास भी वायु बेहद जहरीली पाई गई। चांदनी चौक में 291, आईजी एयरपोर्ट पर 288, बारापुला फ्लाईओवर के पास 290 और आईटीओ के पास एक्यूआई 284 दर्ज हुआ।
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के प्रयास जारी
दिल्ली सरकार और दिल्ली प्रशासन की ओर से वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने प्रयास जारी है। एक तरफ जहां प्रशासन की ओर से दिल्ली की सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ सफाई अभियान भी तेज कर दिया गया है। उधर, दिल्ली सरकार ने पहले ही ग्रैप 1 का चरण लागू कर रहा है, जिसके तहत कई पाबंदियां लगा रखी हैं। इसके बावजूद जिस तरह से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, उसके चलते दिवाली के बाद की स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
...तो कृत्रिम बारिश बनेगी संजीवनी?
अगर वायु प्रदूषण को लेकर हालात बेकाबू हुए तो कृत्रिम बारिश ही विकल्प बनेगी। बता दें कि दिल्ली सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर रखा है कि अगर प्रदूषण बढ़ता है, तो दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा ने कहा था कि दिल्ली में क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि दिवाली से एक या दो दिन बाद कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है।
जानिये एक्यूआई रीडिंग का मानक
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर को 0 से 50 के बीच को अच्छा माना जाता है, जबकि 51 से 100 के बीच को अच्छा, 101-150 को संवेदनशील व्यक्तियों के लिए हानिकारक, 151-200 के बीच एक्यूआई को खराब, 201-300 के बीच एक्यूआई को बेहद खराब और 301 से ज्यादा को अति खतरनाक श्रेणी में बांटा गया है।
