Stray Dogs Delhi: आवारा कुत्ते नहीं होंगे 'बेघर', दिल्ली पशु कल्याण बोर्ड ने बनाया प्लान

आवारा कुत्तों को लेकर दिल्ली पशु कल्याण बोर्ड का अहम आदेश।
दिल्ली पशु कल्याण बोर्ड ने आवारा कुत्तों को लेकर आज बैठक की। बैठक में आवारा कुत्तों को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया गया। इस प्लान के बारे में जानकर पशु प्रेमियों का खुशी से खिलना जायज है। हालांकि, इस प्लान के चलते एमसीडी के उन कर्मचारियों की परेशानी बढ़ना तय है, जो कुत्तों को टीकाकरण के बाद कहीं भी छोड़ देते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के आवारा कुत्तों को लेकर अहम आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आवारा कुत्तों को जिस भी गली से उठाया जाए, टीकाकरण के बाद उसी गली में छोड़ा जाए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के दूसरे दिन ही कई ऐसी घटनाएं सामने आईं, जहां कुत्तों को मूल स्थानों पर छोड़ने की बजाए दूसरे स्थानों पर छोड़ने का आरोप लगाया गया।
दिल्ली के रोहिणी स्थित सेक्टर-16 में डॉग लवर्स और एमसीडी कर्मचारियों के बीच टकराव हुआ था। डॉग लवर्स ने जहां कर्मचारियों पर हमला करके उन्हें भागने के लिए विवश कर दिया, वहीं कुत्ते पकड़ने वाली वैन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। यह पहली घटना नहीं थी, जब एमसीडी कर्मचारियों पर हमला हुआ था। इससे पहले भी ऐसे मामलों में चार एफआईआर दर्ज हुईं थी।
अब दिल्ली पशु कल्याण बोर्ड ने आवारा कुत्तों को लेकर आज अहम बैठक की। बैठक में फैसला लिया गया कि दिल्ली के सभी 10 लाख कुत्तों को माइक्रोचिप लगाई जाएंगी। इसके अलावा पालतु कुत्तों का रजिस्ट्रेशन भी कराया जाएगा। साथ ही, जानवरों के टीकाकरण कार्यक्रम का भी डिजिटलीकरण किया जाएगा।
एमसीडी की बढ़ेगी मुश्किलें
अगर आवारा कुत्तों को माइक्रोचिप लगाई जाएंगी और डिजिटली रिकॉर्ड मेंटेन किया जाएगा तो एमसीडी कर्मचारी किसी एरिया के डॉग को किसी दूसरे एरिया में नहीं छोड़ पाएंगे। ऐसे में डॉग लवर्स का खुश होना लाजमी है। रोहिणी के डॉग लवर श्याम द्विवेदी ने बताया कि यह फैसला अपने आप में सराहनीय है। हम इसका स्वागत करते हैं कि जल्द से जल्द इन बेजुबानों को ऐसी पहचान दी जाए ताकि कोई भी उनका घर छीन न सके।
