Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगेगी रोक, शहर में तैनात होंगी 600 से ज्यादा हाईटेक मशीन

air pollution in Delhi
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दिल्ली में बढ़ रहा वायु प्रदूषण

Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए 600 से ज्यादा मशीनों को तैनात किया जाएगा। सोमवार को सीएम रेखा गुप्ता ने हाईटेक मशीनों के कामकाज का प्रदर्शन देखा।

Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए सरकार की ओर से बड़ी तैयारी की गई है। दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि पूरे शहर में 600 से ज्यादा हाईटेक मशीनें तैनात की जाएंगी। इनमें 460 वाटर स्प्रिंकलर वाहन, 70 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन और 70 कूड़ा उठाने वाली मशीन शामिल हैं। बीते सोमवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली सचिवालय के बाहर हाईटेक मशीनों के कामकाज का प्रदर्शन देखा।

इसके बाद सीएम रेखा गुप्ता ने इन मशीनों को खरीदने और किराए पर लेने की घोषणा की। इस दौरान पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

हर विधानसभा में तैनात होंगी मशीनें
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा दिल्ली में वायु प्रदूषण काफी बड़ी समस्या है। शहर में सड़कों के आसपास की गंदगी और धूल भी दिल्ली की सड़कों की हालत खराब कर रखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने नई मशीनरी खरीदने और लगाने का प्रावधान किया था। सीएम ने बताया कि सरकार की योजना है कि दिल्ली की सड़कों पर सफाई के ऐसी 70 हाईटेक मशीनें लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि ये मशीनें बहुत अपडेटेड होंगी, जो बड़े कचरे के साथ ही धूल और मिट्टी को भी साफ करेगी।

सीएम ने कहा कि मशीनें मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस हैं। इनमें GPS, CCTV, AQI मॉनिटर, सेंसर, वीडियो एनालिटिक्स और मोबाइल एप्लीकेशन शामिल हैं। इसके अलावा हर एक वाहन के कामकाज की निगरानी एक कंट्रोल रूम से की जाएगी।

कैसे काम करेंगी मशीनें?
जानकारी के मुताबिक, सोमवार को कई मशीनों के कामकाज का प्रदर्शन किया गया। इसमें एंटी-स्मॉग गन के साथ वाटर स्प्रिंकलर मशीनें शामिल थीं। इनमें से हर एक में 17,000 लीटर का टैंक लगा हुआ था, जो लगातार 4 घंटे तक काम कर सकती है। ये मशीनें 50-माइक्रोन की महीन धुंध का छिड़काव करती हैं जो PM2.5 और PM10 के स्तर को कम कर सकती हैं। इन मशीनों से ऊंचे पेड़ों को भी साफ किया जा सकता है।

इसके अलावा 3.5 मीटर की चौड़ाई वाली इलेक्ट्रोमैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें एक ही शिफ्ट में 45 किलोमीटर तक की सफाई कर सकती हैं। साथ ही 2,000 लीटर तक पानी भी रख सकती हैं। जबकि बैटरी से चलने वाली कूड़ा बीनने वाली मशीनें, सवारी या पैदल चलने के लिए उपयुक्त हैं, इन्हें 8-10 घंटे तक चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दिल्ली की सड़कों पर इन मशीनों को तैनात किया जाएगा।

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