रेखा सरकार की पहल: एआई ग्राइंड कार्यक्रम... एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने स्टूडेंट्स को बताया AI का महत्व

दिल्ली के सेंट्रल पार्क में AI ग्राइंड कार्यक्रम का आयोजन।
Delhi AI Grind Program: दिल्ली के सेंट्रल पार्क में आज 7 दिसंबर रविवार को शिक्षा विभाग द्वारा AI ग्राइंड कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य दिल्ली के बच्चों को AI, स्पेस टेक और नई तकनीकों से कनेक्ट करना है।
कार्यक्रम में एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने कहा कि, 'स्पेस साइंस और AI अब एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं, उन्होंने बताया कि आज के दौर में हर नया स्पेस मिशन और हर उन्नत विमान AI पर निर्भर है।' उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में एयरक्राफ्ट, ड्रोन, सुरक्षा प्रणालियां और अंतरिक्ष मिशन सब AI की सहायता से आगे बढ़ेंगे, जिसमें भारत के युवा दुनिया का नेतृत्व कर सकते हैं। इस मौके पर स्टूडेंट्स ने उत्साह के साथ AI Grind का जिंगल 'AI के दम पर होगा नया सॉल्यूशन' भी गाकर सुनाया है।
शुभांशु शुक्ला ने AI का महत्व बताया
स्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने अपने अनुभव के आधार पर कहा कि स्पेस में जीरो ग्रेविटी ने उनके दिमाग को इतना बदला कि धरती पर वापस आने के बाद उन्हें लगा कि चीजें हवा में तैरेंगी। उन्होंने आगे कहा कि स्पेस मिशन से आने वाला डेटा काफी बड़ा होता है, और आज भी उसका विश्लेषण ज्यादातर मैन्युअल तरीके से किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि AI की सहायता से काम तेज और आसान हो सकता है और आने वाला भविष्य भी इसी कनेक्ट होगा।
शुभांशु शुक्ला ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने का सपना तभी पूरा होगा, जब युवा नई तकनीकों को स्वीकार करेंगे और अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखेंगे। उन्होंने कहा, 'Sky was never the limit न मेरे लिए, न आपके लिए, और न ही कभी होगा।'
Delhi: Delhi hosted the curtain raiser for AI Grind, India’s first city-centric AI innovation engine. The event was attended by Chief Minister Rekha Gupta, Education Minister Ashish Sood, and ISRO astronaut Subhanshu Shukla pic.twitter.com/AjhJoweaQR
— IANS (@ians_india) December 7, 2025
AI कल्पना से ऊपर- सीएम रेखा गुप्ता
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि, 'हमें हमेशा सिखाया गया कि आसमान लिमिट है, लेकिन शुभांशु शुक्ला ने यह बात गलत साबित कर दी, रेखा गुप्ता ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों की तारीफ करते हुए कहा,'जितनी परसेंटेज हम लाते आते थे, आज के बच्चे उससे ज़्यादा नंबर लाते हैं, प्राइवेट स्कूल का बच्चा ट्यूशन से पढ़ता है, सरकारी स्कूल का बच्चा बिना ट्यूशन उतने ही अच्छे नंबर ला रहा है।'
उन्होंने कहा, “AI हमारी कल्पना से भी ऊपर है, कल गूगल आया था, आज AI आ गया है।' उन्होंने कहा कि देश की 140 करोड़ की आबादी कोई लाइबिलिटी नहीं, बल्कि एक एसेट है, क्योंकि इसमें 60 प्रतिशत से ज़्यादा युवा हैं। इसके अलावा रेखा गुप्ता ने प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि इसके लिए सरकार और जनता को मिलकर प्रयास करना होगा।
शुभांशु शुक्ला इसी साल Axiom Mission 4 (Ax-4) के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) गए थे। वहां उन्होंने करीब 18 दिन तक वैज्ञानिक प्रयोग किए और जिसके बाद वह सुरक्षित धरती पर वापस लौट आए। बता दें कि शुभांशु शुक्ला ISS जाने वाले पहले भारतीय हैं। इसके अलावा वह ISRO के गगनयात्री मिशन से भी कनेक्ट हैं।
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