Bomb Threat: स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले की हुई पहचान, क्रिप्टोकरेंसी में मांगी थी फिरौती

Delhi School Bomb Threat
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दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी।

Delhi Bomb Threat: सोमवार को दिल्ली के 32 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। पुलिस ने धमकी देने वाले आतंकी ग्रुप का खुलाया किया है। इस ग्रुप ने क्रिप्टोकरेंसी के जरिए 5000 डॉलर की मांग की थी।

Delhi School Bomb Threat: दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की लगातार धमकियां दी जा रही हैं। जुलाई के महीने में ही फर्जी धमकियों की तीन बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। तीसरी बड़ी घटना सोमवार को हुई। सोमवार को दिल्ली के स्कूलों से एक के बाद एक बम होने की ई-मेल मिलने की पुलिस को जानकारी मिली। इस दौरान आरोपियों ने 32 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी वाले ई-मेल भेजे। इन ई-मेल में आरोपियों ने 5000 डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी की मांग की थी।

पुलिस ने आनन-फानन में स्कूलों को खाली कराया और बम निरोधक दस्ते ने स्कूल परिसरों की जांच की। हालांकि कोई बम नहीं मिला और ये ई-मेल फर्जी पाए गए और दिल्ली पुलिस ने इन धमकियों को अफवाह बताया। इन ई-मेल की जांच करते हुए पुलिस ने धमकी देने वाले आरोपियों का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि 32 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले ग्रुप का नाम 'द टेरराइजर्स 111 ग्रुप' है।

इस ग्रुप ने ई-मेल के जरिए 32 स्कूलों को उड़ाने की धमकी दी थी। इन्होंने कहा था, 'स्कूल की इमारतों में पाइप बम और एडवांस विस्फोटक उपकरण लगाए गए हैं। स्कूलों के आईटी सिस्टम को हैक कर लिया गया है। हमने छात्र और कर्मचारियों के डेटाबेस चुरा लिया है। इसके अलावा कैमरों का एक्सेस भी ले लिया गया है।'

इस आतंकी समूह ने अपने ईमेल में लिखा कि हमारी एथेरियम एड्रेस पर 72 घंटों के अंदर क्रिप्टोकरेंसी में 5000 डॉलर का भुगतान करें। अगर ऐसा नहीं किया, तो हम बम फोड़ देंगे। अगर मांग को नजरअंदाज किया, तो हैक किया गया डेटा ऑनलाइन लीक कर देंगे।' ग्रुप ने चेतावनी दी कि अगर इस बारे में पुलिस को सूचना दी, तो सही नहीं होगा।

जानकारी के अनुसार, पुलिस को स्कूल में बम होने की धमकी भरे ई-मेल की पहली खबर सुबह 7.24 बजे हुई थी। दोपहर तक दूसरे कई स्कूलों से भी सूचना मिली। जैसे ही धमकी की बात सामने आई बम निरोधक दस्ते, अग्निशमन विभाग और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और तलाशी अभियान चलाया। छात्रों को घर भेज दिया गया और शाम तक सभी ई-मेल फर्जी साबित हुए।

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