Delhi Cyber Crime: दिल्ली में करोड़ों का साइबर फ्रॉड, फर्जी कंपनियों में कराता था निवेश

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साइबर क्राइम

Delhi Cyber Crime: दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक साइबर आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने लोगों से फर्जी इंवेस्टमेंट कराकर 1.6 करोड़ रुपए की ठगी की।

Delhi Cyber Crime: देश में जैसे-जैसे सोशल मीडिया और इंटरनेट का प्रभाव बढ़ रहा है, वैसे ही साइबर फ्रॉड के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अकसर साइबर क्रिमिनल्स लोगों को अपने झांसे में लेकर लाखों-करोड़ों की ठगी कर देते हैं। हालिया मामला देश की राजधानी दिल्ली से है। दिल्ली क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने 1.6 करोड़ के स्टॉक मार्केट निवेश धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। क्राइम ब्रांच ने मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही कई फर्जी कंपनियों को भी बेनकाब किया गया है।

साइबर क्राइम ने एक फर्जी कंपनी GTR Electronics Pvt. Ltd. के निदेशक सुनील कुमार को गिरफ्तार किया है। साथ ही महाराष्ट्र के ठाणे से एक अन्य फर्जी कंपनी 'Udyam Women Empowerment Foundation' चलाने वाले पति-पत्नी की जोड़ी को गिरफ्तार किया है। साइबर सेल ने जांच में पाया कि GTR Electronics से जुड़ी 13 NCRP शिकायतें पाई थीं। इनमें 88,40,700 रुपए की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। वहीं एनसीआरपी से जुड़ी Women Empowerment Foundation से जुड़ी 45 शिकायतें मिलीं। इनमें 22,00,700 रुपए की धोखाधड़ी का पता चला।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच साइबर सेल ने GTR Electronics Pvt. Ltd.और Udyam Women Empowerment Foundation जैसी नकली संस्थाओं के माध्यम से चल रहे एक बहु-स्तरीय अखिल भारतीय स्टॉक मार्केट निवेश घोटाले को सफलतापूर्वक खत्म कर दिया।

पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने पूरे भारत में बहुत से लोगों को चूना लगाया है। एक महिला ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उसने सोशल मीडिया के जरिए एक महिला के झांसे में आकर 1.6 करोड़ रुपए खो दिए थे। महिला ने पीड़ित को Spreadex Global Ltd. नामक फर्जी यूके-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर निवेश करने के लिए झांसे में लिया था। पुलिस ने बताया कि ये गिरोह लोगों को साइबर फ्रॉड का शिकार बनाने के लिए हाई-प्रोफाइल ऑनलाइन निवेश जाल, फर्जी प्री-आईपीओ योजनाएं और धोखाधड़ी वाले विदेशी मुद्रा व्यापार प्लेटफॉर्म चला रहा था। ये ब्लैकमनी को व्हाइट करने के लिए कंपनियां चला रहे थे। लोगों का भरोसा जीतने के लिए पूर्वी दिल्ली के शकूरपुर में एक फर्जी कार्यालय बनाया था।

पुलिस पूछताछ में सुनील कुमार ने बताया है कि उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर GTR Electronics Pvt. Ltd. को रजिस्टर कराया था। कंपनी को एक वैध इलेक्ट्रॉनिक्स फर्म के रूप में दिखाने के लिए दिल्ली के शकूरपुर में एक किराए पर ऑफिस लिया। धोखाधड़ी की इनकम आने के लिए एक करंट अकाउंट खोला गया। इसके माध्यम से धोखाधड़ी की जा रही थी।

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