Money Laundaring: सुबह 3 बजे अपने घर पर लगाया कोर्ट, ईडी कस्टडी में पहुंचा घोटाला आरोपी

दिल्ली कोर्ट (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Money Laundaring: प्रवर्तन निदेशालय ने देर रात मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में एक बिल्डर स्वराज सिंह यादव को गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद बारी आई अदालती कार्रवाई की। इसके बाद एक बार फिर अदालत की कार्रवाई सुर्खियों में है। बिल्डर स्वराज सिंह यादव की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार सुबह 3 बजे हाउस कोर्ट की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शेफाली बरनाला टंडन के आवास पर अदालत लगाई गई। इस कार्रवाई के बाद स्वराज सिंह यादव को कथित धनशोधन मामले में 14 दिन की ईडी कस्टडी में भेज दिया गया।
'ओशन सेवन बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड’ (OSBPL) के निदेशक स्वराज सिंह यादव पर आरोप है कि उसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के लिए बने फ्लैट्स को अवैध रूप से बेचे और उनसे लगभग 222 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का आरोप है। आरोप है कि इन फ्लैट्स को मूल आवंटियों को धोखा देकर ऊंचे दामों पर नए खरीदारों को बेचा गया। वहीं उसने मूल आवंटियों के पैसे भी वापस नहीं किए।
कोर्ट मे उसे 28 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में बताया कि आरोपी स्वराज सिंह मुंबई, जयपुर और गुरुग्राम समेत विभिन्न स्थानों पर हजारों मकान खरीदारों के साथ धोखाधड़ी में शामिल रहा है। आरोपी ने उनकी कंपनी के ‘एस्क्रो’ खाते से पैसे निकाले। इन पैसों को उसने कुछ संबद्ध कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया।
दर्ज FIR के अनुसार, लगभग 222 करोड़ रुपए घर खरीदारों के पैसे "इन-हाउस कंस्ट्रक्शन एजेंसी" के जरिए घुमाकर हड़प लिया। ईडी ने बताया कि यादव ने हाल ही में अपनी और कंपनी की संपत्ति को तेजी से बेचा। इससे साबित होता है कि वह अपराध की कमाई को ठिकाने लगाना चाहता था, ताकि वो कानूनी कार्रवाई से बच सके।
जांच में पता चला है कि उसने महाराष्ट्र के बोरेगांव में 40 एकड़ जमीन और जयपुर में 15 एकड़ जमीन बेच दी है। उसने अपनी पत्नी के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते के जरिए अमेरिका में बड़ी रकम भेजी है। उसके बच्चे अमेरिका के ट्रिनिटी कॉलेज, कनेक्टिकट में पढ़ते हैं। आशंका है कि वो अपने परिवार को पहले ही अमेरिका भेज चुका है। ऐसे में वो यहां से सारी प्रॉपर्टी बेचकर खुद भी अमेरिका जाने की तैयारी में था।
ईडी ने बताया कि उसकी तलाश सुबह 6.55 बजे शुरू की गई। सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाई कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार, गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाता है। कोर्ट शुरू होने के समय आरोपी के वकील रास्ते में थे। सुबह 3:05 बजे कोर्ट शुरू किया गया। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद सुबह लगभग 6.30 बजे कोर्ट की कार्रवाई की कार्रवाई खत्म हुई। जस्टिस ने आरोपी को 28 नवंबर को दोपहर 2 बजे फिर से कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है।
