Artificial Rain Delhi: दिल्ली में कब होगी कृत्रिम बारिश? सीएम रेखा गुप्ता ने दी खुशखबरी

सीएम रेखा गुप्ता ने कृत्रिम बारिश को लेकर दी खुशखबरी।
दिल्ली के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। भीषण गर्मी के बीच बीच-बीच में आंधी-तूफान और बारिश का सामना करना पड़ रहा है। मौसम के इस बदलाव ने भले ही लोगों को राहत दे दी है, लेकिन वायु प्रदूषण को लेकर समस्या बनी है। ऐसे में दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में अहम कदम उठा रही है। इसी कड़ी में कृत्रिम बारिश को लेकर भी लंबे समय से चर्चा चल रही है। अब सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली में कृत्रिम बारिश के प्रस्ताव पर बड़ा अपडेट दिया है।
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण को कम करने और खत्म करने के लिए हम अपने सभी विज्ञान संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे, जो कि अपने आधुनिक टेक्निक के माध्यम से प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली सरकार की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने आईआईटी कानपुर के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जो कि कलाउंड सीडिंग और कृत्रिम बारिश पर आधारित है। हमने इस पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली में क्लाउड सीडिंग के माध्यम से पहली कृत्रिम बारिश होगी, जिससे वायु प्रदूषण को कम करने में मददगार बनेगी।
वायु प्रदूषण से ऐसे निपटेगी दिल्ली सरकार
सीएम रेखा गुप्ता ने आगे बताया कि एक नवंबर 2025 से दिल्ली में केवल BS6, CNG या EV कमर्शियल वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी। साथ ही, दिल्ली के सभी एंट्री प्वाइंट पर ऑटोमेटिव नंबर प्लेट रजिस्ट्रेशन रिकॉग्निशन कैमरे लगाए जाएंगे, जो एक्सपायरी डेट वाले वाहनों की पहचान करके बताएंगे। जैसे ही ये वाहन इन कैमरों की रेंज में आएंगे, पता चल जाएगा कि यह पुराना वाहन है और प्रदूषण फैला रहा है। उस वाहन को तुरंत रोका जाएगा। सीएम ने कहा कि यह कैमरे सभी पेट्रोल पंप पर भी लगाए जाएंगे। इन सभी के चलते पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की दिल्ली में एंट्री नहीं हो पाएगी।
ऊंची इमारतों पर लगेंगी एंटी स्मॉग गन
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमने दिल्ली की सभी ऊंची इमारतों पर, विशेषकर 300 मीटर ऊंची इमारतों और मॉल्स आदि पर एंटी स्मॉग गन लगाना अनिवार्य किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन सभी उपायों से दिल्ली में धूल की कमी होगी और दिल्ली के लोग बेहतरीन हवा में सांस ले सकेंगे।
