Delhi Road Accident: दिल्ली सड़क हादसों के लिए बाइक सवार जिम्मेदार? नई रिसर्च का खुलासा

नई रिसर्च का दावा- ज्यादातर दोपहिया वाहन चालक कर रहे लापरवाही।
देश की राजधानी दिल्ली को अगर हादसों की राजधानी कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब किसी हादसे की वजह से किसी की जान नहीं गई हो। सड़क हादसों की बात करें तो कोई न कोई बड़ा हादसा सामने आ ही जाता है। सड़क हादसों के लिए हमेशा बड़े वाहन मालिकों को जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है। लेकिन, अब एक नई रिसर्च में बाइक सवारों को भी सड़क हादसों के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया गया है।
जॉन्स हॉपकिन्स इंटरनेशनल इंजरी रिसर्च यूनिट और ब्लूमबर्ग फिलैंथ्रोपीज इनिशिएटिव फॉर ग्लोबल रोड सेफ्टी (BIGRS) ने दिल्ली के बाइक सवारों पर अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान पाया कि दिन के मुकाबले रात के समय बाइक सवार बेहद ही लापरवाह तरीके से बाइक चलाते हैं। इस अध्ययन के पहले निष्कर्ष में बताया गया है कि रात को मोटरसाइकिलों की औसत गति 66 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहती है। जबकि मोटरसाइकिल की औसत गति 43 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहनी चाहिए।
खास बात है कि दिन के समय भी बाइक सवार इस सुरक्षा सीमा का पालन नहीं करते हैं। 33 फीसद बाइक सवार दिन में भी तेज गति से वाहन चलाते हैं, जबकि रात को 47 फीसद बाइक सवार सुरक्षित सीमा को पार कर लेते हैं।
एक्सप्रेसवे पर ध्यान से चलते हैं बाइक सवार?
अध्ययन में पाया गया है कि विभिन्न सड़कों के आधार पर सुरक्षित गति सीमा का पालन करने वाले वाहन चालकों की संख्या भिन्न भिन्न होती है। मसलन, एक्सप्रेसवे पर चलने वाले बाइक सवारों को देखा तो 18 फीसद बाइक सवार सुरक्षित गति नियम का उल्लंघन करते पाए गए। मुख्य सड़क पर 33 फीसद बाइक सवार तेज गति से वाहन दौड़ाते मिले। यही नहीं, स्थानीय सड़कों पर भी रात के समय 28 फीसद लोग बाइक को ट्रेन की तरह दौड़ाते नजर आए।
वीकेंड पर सड़क हादसों का ज्यादा खतरा
इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि सोमवार से शुक्रवार तक सुरक्षित गति का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों की संख्या कम पाई गई, जबकि वीकेंड पर इन वाहन चालकों की संख्या ज्यादा पाई गई। मसलन 2024 में सोमवार से शुक्रवार के बीच 38 फीसद मोटरसाइकिल सवार सुरक्षित गति सीमा का उल्लंघन करते पाए गए। वहीं वीकेंड पर ऐसे वाहन चालकों की संख्या 44 प्रतिशत रही।
कारण यह है कि शनिवार और रविवार की वजह से सड़कें ज्यादा खाली रहती हैं, लिहाजा बाइक सवार अधिकतम गति तक पार कर लेते हैं। इस अध्ययन के हवाले से सुझाव दिया गया है कि रात के समय सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने के लिए लोगों को और भी ज्यादा जागरूक करने की जरूरत है।
