Big Issue: ट्रंप का जिक्र कर मोदी सरकार पर बरसे केजरीवाल, कहा- भारतीय किसान होंगे 'बर्बाद'

आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र कर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार ने अमेरिका से आने वाले कपास पर ड्यूटी बढ़ाने की बजाए पूरी तरह से समाप्त कर दी है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा रहा तो भारतीय किसान कहां जाएंगे?
आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका से कपास भारत में लाने पर 11 प्रतिशत ड्यूटी लगती थी। पिछले दिनों मोदी जी ने ट्रंप के दबाव में इस 11 प्रतिशत ड्यूटी को हटा दिया है। मतलब यह है कि अमेरिका से भारत आने वाली कपास पर कोई भी ड्यूटी नहीं लगेगी।
उन्होंने कहा कि यह ड्यूटी केवल 40 दिनों यानी 19 अगस्त से 30 सितंबर तक के लिए हटाई गई है। यह देश के किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। अब जो अमेरिका से कपास आएगी वो भारत के किसानों के कपास से सस्ती होगी। उन्होंने पूछा कि भारत के किसान कहां जाएंगे और किसानों का कपास कौन खरीदेगा।
ट्रंप पर मेहरबान क्यों?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सवाल है कि ट्रंप पर आखिरकार मोदी सरकार मेहरबान क्यों है? उन्होंने कहा कि ट्रंप ने चीन पर भी 145 प्रतिशत टैरिफ लगाया था, जवाब में चीन ने भी 125 प्रतिशत टैरिफ लगाया। चीन के इस फैसले के कारण ट्रंप को झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि हर जगह सरकारों ने ट्रंप को जवाब दिया। ट्रंप कायर व्यक्ति हैं। जो भी उनके समक्ष खड़ा हुआ, उन्हें झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि ट्रंप के सामने आखिर मोदी जी भीगी बिल्ली क्यों बने हैं, पता नहीं उनकी क्या मजबूरियां हैं।
सौरभ भारद्वाज बोले- ट्रंप राजा, हम दोषी क्यों
आप दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भी मोदी सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका खुद को राजा दिखा रहा है और हमें दोषी मानकर जैसे दंड लगा रहा है। अमेरिका ने जिन भी देशों पर टैरिफ लगाया है, तो उन्हें भी उलटा टैरिफ का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने हम पर 50 फीसद टैरिफ और पेनल्टी लगा दी, लेकिन हम अमेरिका के सामने चुप बैठे हैं। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री सवे कहना चाहते हैं कि आप इस पूरे देश के आत्म स्वाभिमान को खत्म कर रहे हैं। जितना टैरिफ अमेरिका ने हम पर लगाया है, उतना ही टैरिफ अमेरिका पर भी लगाना चाहिए तभी अमेरिका को समझ आएगा।
