Al-Falah University: '2 डॉक्टरों से कोई संबंध नहीं, केमिकल...झूठ...', अल-फलाह विवि ने आरोपियों से किया किनारा

Al Falah University Statement On Delhi Blast
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हरियाणा की अल फलाह यूनिवर्सिटी का आया बयान।

Delhi Blast Al-Falah University Connection: दिल्ली ब्लास्ट मामले से जुड़े संदिग्ध डॉक्टरों को गिरफ्तारी को लेकर अल-फलाह यूनिवर्सिटी की ओर से बयान आया है। यूनिवर्सिटी की वीसी ने संदिग्ध डॉक्टरों के साथ किसी भी संबंध से इनकार कर दिया है।

Al Falah University Statement On Delhi Blast: दिल्ली के लाल किला के पास धमाके के मामले में फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की ओर से बुधवार को बयान जारी किया गया। यूनिवर्सिटी ने फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल में पकड़े गए डॉक्टर मुजम्मिल अहमद गनई और अदील राठर के साथ संबंध से इनकार कर दिया है। यह बयान यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो. डॉ. भूपिंदर कौर आनंद ने जारी किया है। इसमें कहा गया कि यूनिवर्सिटी का आरोपियों के साथ कोई लेना-देना नहीं है।

वाइस चांसलर ने साफ किया कि जिन 2 डॉक्टरों को जांच एजेंसियों ने हिरासत में लिया है, उनसे यूनिवर्सिटी का कोई संबंध नहीं है। हालांकि वे अपनी आधिकारिक क्षमता में काम कर रहे हैं। इसके अलावा वीसी के बयान में कहा गया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी भी तरह के संदिग्ध केमिकल या सामग्री का इस्तेमाल या स्टोरेज नहीं किया जा रहा है।

दिल्ली में धमाके पर जताया दुख

अल फलाह यूनिवर्सिटी की वीसी भूपिंदर कौर ने लाल किले के पास हुए धमाके पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने अपने बयान में कहा, हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से व्यथित हैं और इसकी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इन दुखद घटनाओं से प्रभावित सभी निर्दोष लोगों के साथ हैं।' वीसी ने आगे कहा कि उन्हें यह भी पता चला है कि यूनिवर्सिटी के 2 डॉक्टरों को जांच एजेंसियों ने हिरासत में लिया है। उन्होंने कहा, 'हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय का उक्त व्यक्तियों से कोई संबंध नहीं है, सिवाय इसके कि वे विश्वविद्यालय में अपनी आधिकारिक क्षमता में कार्यरत हैं।'

'यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की कोशिश'

वीसी भूपिंदर कौर ने यूनिवर्सिटी के बारे में गलत जानकारी फैलाने वाले ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों की कड़ी निंदा की और सभी आरोपों को खारिज कर दिया। वीसी ने अपने बयान में कहा कि कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा और साख को धूमिल करने के स्पष्ट इरादे से निराधार और भ्रामक कहानियां फैला रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने ऐसे सभी झूठे और मानहानिकारक आरोपों की कड़ी निंदा की।

अल फलाह यूनिवर्सिटी की वीसी ने उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया जा रहा था कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी संदिग्ध रसायन या सामग्री इस्तेमाल, संग्रहीत या संभाली नहीं जा रही है। यूनिवर्सिटी की लैब का इस्तेमाल सिर्फ एमबीबीएस छात्रों और अन्य अधिकृत पाठ्यक्रमों की शैक्षणिक और प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए किया जाता है। वीसी ने अपने बयान में आगे लिखा कि विश्वविद्यालय संबंधित जांच अधिकारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामले में तार्किक, निष्पक्ष और निर्णायक निर्णय पर पहुंचने के लिए अपना पूरा सहयोग दे रहा है।

कहां है अल फलाह यूनिवर्सिटी?

अल फलाह यूनिवर्सिटी हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित है। अल फलाह ग्रुप साल वर्ष 1997 से विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों का संचालन कर रहा है, जो 2014 में एक विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ था और यूजीसी अधिनियम की धारा 2(एफ) और 12(बी) के तहत मान्यता प्राप्त है। दिल्ली में बम धमाके में जिन संदिग्ध डॉक्टरों का नाम आया है, वे इसी यूनिवर्सिटी में काम करते थे। इसके बाद से ही यह यूनिवर्सिटी भी जांच के घेरे में आ गई है। इस बीच ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर यूनिवर्सिटी को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे थे, जिस पर वाइस चांसलर भूपिंदर कौन का बयान आया है।

फरीदाबाद पुलिस का भी आया बयान

अल फलाह यूनिवर्सिटी के वीसी से पहले फरीदाबाद पुलिस की ओर से भी बुधवार को एक बयान सामने आया था। पुलिस ने इस दावे का खंडन किया कि दिल्ली में धमाके के लिए इस्तेमाल की गई आई20 कार अल फलाह यूनिवर्सिटी में 10-11 दिनों के लिए खड़ी रही थी। फरीदाबाद पुलिस ने कहा कि वे आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।

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