Stray Dog Attack: आवारा कुत्ते ने 22 माह की बच्ची को नोंच डाला, एंटी रेबिज वैक्सीन के लिए करनी पड़ी भागदौड़

आवारा कुत्ते का 22 माह की बच्ची पर हमला।
दिल्ली एनसीआर में आवारा कुत्तों को सड़कों से हटाकर डॉग शेल्टर होम में रखने का मुद्दा सुर्खियों में बना है। डॉग लवर्स बाकायदा आवारा कुत्तों के संरक्षण की बात कहकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुके हैं। तीन दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रखा है। कहा है कि यह मामला सुलझाना आवश्यक है, लेकिन विवाद बढ़ाना नहीं चाहिए। दोनों पक्षों को उम्मीद है कि शीर्ष न्यायालय का आदेश उनके पक्ष में आएगा। लेकिन, इस बीच नोएडा से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोएडा के सेक्टर-78 में एक आवारा कुत्ते ने 22 माह की बच्ची पर हमला कर दिया। गनीमत रही कि कुत्ता उसे बुरी तरह नोंचता, उससे पहले आसपास के लोगों ने उसे बचा लिया। लेकिन, उसकी जांघों पर काटे जाने के गहरे निशान है। कृष्ण नगर के राधेश्याम पार्क के पास रहने वाले मुन्ना कुमार ने मीडिया को बताया कि वे अपनी बच्ची को एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए कड़कड़डूमा स्थित हेडगेवार हॉस्पिटल पहुंचे।
यहां डॉक्टरों ने कहा कि अभी एंटी रेबिज वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। किसी दूसरे अस्पताल जाकर ट्राई कर लीजिए। मुन्ना ने बताया कि वो अपनी बच्ची को लेकर दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) हॉस्पिटल पहुंचे। उस समय रात हो गई थी। स्टाफ ने यह कहकर लौटा दिया कि इंजेक्शन है, लेकिन सुबह ही लगाया जाएगा। मुन्ना के मुताबिक, पूरा परिवार डरा था कि कहीं इलाज में देरी हो गई तो क्या होगा। सुबह जब दोबारा से हॉस्पिटल पहुंचे तो टीका लगा दिया। अब उन्हें दोबारा से 18 अगस्त को दोबारा बुलाया है।
एंटी रेबिज वैक्सीन पर अधिकारियों का पक्ष
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेडगेवार हॉस्पिटल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एंटी रेबिज वैक्सीन की डिमांड काफी वक्त पहले से भेज रखी है। उम्मीद है कि एक सप्ताह के भीतर सप्लाई आ जाएगी। उधर, जीटीबी के अधिकारी से बात की तो बताया कि यहां 24 घंटे एंटी रेबिज वैक्सीन उपलब्ध रहती है। स्टाफ ने टीका क्यों नहीं लगाया, इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
