सिद्धबाबा जलाशय से गांव होंगे लाभान्वित: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया परियोजना का निरीक्षण, 34 गांवों की 1840 हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 220 करोड़ की सिद्धबाबा जलाशय परियोजना का निरीक्षण किया
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 16 मई को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के ग्राम गभरा का दौरा कर निर्माणाधीन सिद्धबाबा जलाशय परियोजना का स्थल निरीक्षण किया। यह महत्वाकांक्षी सिंचाई परियोजना लगभग 220.07 करोड़ की लागत से लमती नदी पर ग्राम उरतुली के पास बनाई जा रही है, जो प्रदेश के ग्रामीण कृषि ढांचे को मजबूती प्रदान करेगी।

1840 हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
सिद्धबाबा जलाशय की कुल जलभराव क्षमता 9.496 मिलियन घन मीटर है। इसके माध्यम से खैरागढ़, बेमेतरा और दुर्ग जिलों के 34 गांवों की लगभग 1840 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी:
खैरागढ़ विधानसभा: 19 गांव, 885 हेक्टेयर
साजा विधानसभा (बेमेतरा): 11 गांव, 820 हेक्टेयर
दुर्ग जिला: 4 गांव, 135 हेक्टेयर
23 लघु जलाशयों को भी मिलेगा लाभ
इस परियोजना के माध्यम से छुईखदान, साजा और धमधा विकासखंड के कुल 23 लघु जलाशयों को जलापूर्ति मिलेगी, जिससे इन जलाशयों को नया जीवनदान मिलेगा और जल संरक्षण को बल मिलेगा।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना केवल सिंचाई नहीं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था, खाद्य सुरक्षा, जल प्रबंधन और किसानों की आत्मनिर्भरता के लिए मील का पत्थर साबित होगी। सूखा प्रभावित इलाकों में स्थायी राहत मिलने की भी उम्मीद है।
प्रशासनिक स्वीकृति
इस योजना को 9 मार्च 2022 को जल संसाधन विभाग, नया रायपुर–अटल नगर से प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है।
