फाइनेंस कंपनी की आड़ में सूदखोरी का धंधा: तोमर ब्रदर्स का एक और कारनामा उजागर, 'वसूली भाई' समेत दो गिरफ्तार

रायपुर। सूदखोरी की आड़ में जबरदस्ती अवैध वसूली करने वाले तोमर भाइयों के नित नए काले कारनामों का खुलासा हो रहा है। पुलिस ने वीरेंद्र, रोहित तोमर के घर में दबिश देकर अवैध रूप से संचालित फाइनेंस कंपनी का भंडाफोड़ किया है। साथ ही पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के वसूली मैनेजर तथा एक अन्य को गिरफ्तार किया है। फाइनेंस कंपनी की आड़ में सूदखोरी की दुकान चलाने के आरोप में विस्टो फाइनेंस कंपनी के वसूली मैनेजर बंटी सहारे तथा जितेंद्र देवांगन उर्फ मोनू को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी तोमर भाइयों के लेन-देन का लेखा-जोखा अपने पास रखते थे। साथ ही जिन लोगों से हर महीने सूद की रकम वसूली करनी होती थी, उसकी जानकारी गुर्गों तक पहुंचाते थे। तोमर भाइयों के फरार होने के बाद दोनों आरोपी भी फरार हो गए थे। इसी दौरान पुलिस को तोमर भाइयों द्वारा संचालित अवैध फाइनेंस कंपनी के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के बारे में जानकारी जुटाकर बंटी तथा जितेंद्र की पतासाजी कर उन्हें गिरफ्तार किया।
इसलिए संचालित कर रहे थे फाइनेंस कंपनी
पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक तोमर भाई लोगों को सीधे कर्ज देने से बचने तथा अपनी छवि सुधारने के लिए फाइनेंस कंपनी की आड़ में सूदखोरी का काम करने लगे थे। फाइनेंस कंपनी की आड़ में सूदखोरी करने से कोई इन पर वसूली करने का आरोप नहीं लगा सकता था। फाइनेंस कंपनी के माध्यम से लोगों को कर्ज देने से पहले बंधक के तौर पर उनसे प्रॉपर्टी तथा सोने-चांदी के जेवर अपने पास गिरवी रख लते थे।
करोड़ों लेन-देन के दस्तावेज मिले
फाइनेंस कंपनी के मैनेजर बंटी तथा जितेंद्र से पुलिस को लेन-देन से जुड़े करोड़ों रुपए के दस्तावेज के तीन से चार रजिस्टर मिले हैं। रजिस्टर की पड़ताल करने के बाद पुलिस ने लेन-देन का वास्तविक आंकड़ा बता पाने की बात कही। फाइनेंस कंपनी में और कौन लोग काम कर रहे थे, गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने अन्य लोगों को गिरफ्तार करने की बात कही।
