रायगढ़ जिले में बाघ की आहट: वन विभाग हुआ अलर्ट, संदिग्ध पदचिन्हों की लगातार हो रही मॉनिटरिंग

पदचिन्हों की मॉनिटरिंग करते हुए वन विभाग की टीम
अमित- गुप्ता रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में वन विभाग ने बाघ की मौजूदगी की आशंका जताई है। मामले को देखते हुए रायगढ़ और धर्मजयगढ़ वनमंडल की संयुक्त टीम सर्वे और ट्रैकिंग में जुटी हुई है। इस दौरान टीम को बाघ के फुटप्रिंट जंगल में मिले हैं। साथ ही लैलूंगा वन परिक्षेत्र के हाटी और छाल के जंगलों में देखे बाघ को देखे जाने की सूचना मिली है।
रायगढ़ जिले में वन विभाग ने बाघ की मौजूदगी की आशंका, डीएफओ अरविंद पीएम ने कहा- सस्पेक्टेड टाइगर के पदचिन्ह हमें लगातार मिल रहे हैं। टीम उनकी ट्रैकिंग कर रही है। जब तक कैमरे में कैद नहीं होता हम कंफर्म नहीं कह सकते, हमारी मॉनिटरिंग लगातार जारी है. @RaigarhDist @ForestCgGov #Tigers pic.twitter.com/P66qMWwLgb
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 5, 2025
वन विभाग के अधिकारी लगातार संदिग्ध पदचिन्हों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि, ट्रैकिंग की शुरुआत कोरबा क्षेत्र से हुई थी जो अब रायगढ़ जिले के छाल और लैलूंगा इलाके तक पहुंच चुकी है। वन विभाग की टीमें बारीकी से बाघ जैसे पदचिन्हों की निगरानी कर रही हैं हालांकि अब तक कैमरे में बाघ कैद नहीं हो पाया है इसलिए इसकी मौजूदगी की पुष्टि नहीं की जा रही है।

मॉनिटरिंग जारी- डीएफओ
मामले में रायगढ़ डीएफओ अरविंद पीएम का कहना है कि, सस्पेक्टेड टाइगर के पदचिन्ह हमें लगातार मिल रहे हैं। टीम उनकी ट्रैकिंग कर रही है। जब तक कैमरे में कैद नहीं होता हम कंफर्म नहीं कह सकते लेकिन हमारी मॉनिटरिंग लगातार जारी है।
